हर प्रोडक्ट की तरह मोबाइल फोन की भी एक एक्सपायरी डेट होती है, हालांकि इसके बारे में कम ही बात की जाती है। फोन कंपनियां आमतौर पर इसे प्रचारित नहीं करतीं, लेकिन फोन की परफॉर्मेंस और लाइफ पर इसका बड़ा असर पड़ता है।
जब आप किसी नए फोन का चुनाव करते हैं, तो उसकी मैन्युफैक्चरिंग डेट और सिक्योरिटी अपडेट का ध्यान रखना जरूरी है। फोन के डब्बे पर लिखी मैन्युफैक्चरिंग डेट, फोन के बनने का समय बताती है, लेकिन एक्सपायरी डेट का जिक्र नहीं होता।
ऑपरेटिंग सिस्टम और सिक्योरिटी अपडेट क्यों हैं जरूरी?
स्मार्टफोन की लाइफ का निर्धारण उसके ऑपरेटिंग सिस्टम और सिक्योरिटी अपडेट से होता है।
- Android फोन: आमतौर पर 2-3 साल के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम अपडेट और 3-5 साल तक के सिक्योरिटी अपडेट मिलते हैं।
- Samsung और OnePlus: प्रीमियम ब्रांड्स 7 साल तक के सिक्योरिटी अपडेट देते हैं।
- Apple iPhones: यह 7 साल तक ऑपरेटिंग सिस्टम और सिक्योरिटी अपडेट उपलब्ध कराता है।
अगर आपके फोन को समय पर ये अपडेट नहीं मिलते, तो डेटा चोरी, ऐप्स का सपोर्ट खत्म होना और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
बॉक्स पर लिखी डेट का महत्व
फोन के डब्बे पर लिखी मैन्युफैक्चरिंग डेट बेहद अहम है। उदाहरण के लिए, अगर iPhone 13 की मैन्युफैक्चरिंग डेट 2021 है और आप इसे 2024 में खरीदते हैं, तो कंपनी के 7 साल के सिक्योरिटी अपडेट में से 3 साल पहले ही खत्म हो चुके होंगे। इससे फोन की लाइफ कम हो जाती है।
पुराना फोन खरीदने में नुकसान
पुराने फोन खरीदने से अपडेट की अवधि कम हो जाती है। जैसे-जैसे फोन पुराना होता है, उसकी कीमत घटती है, लेकिन उसकी परफॉर्मेंस भी प्रभावित होती है। एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि लॉन्च के साल में ही नया फोन खरीदें ताकि सभी अपडेट का पूरा फायदा मिल सके।