यदि आप यमुना एक्सप्रेसवे से नियमित रूप से यात्रा करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। 1 अक्टूबर 2023 से यमुना एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स की दरों में बढ़ोतरी की गई है। इसका मतलब यह है कि अब आपको इस रूट पर सफर करने के लिए पहले से ज्यादा पैसा चुकाना होगा।
टोल टैक्स में क्यों हुई बढ़ोतरी?
यमुना एक्सप्रेसवे पर दो साल बाद टोल टैक्स में बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले 2021-22 में टोल टैक्स बढ़ाया गया था। इस बार यह निर्णय प्राधिकरण बोर्ड की 82वीं बैठक में लिया गया, जिसमें कहा गया कि जेपी इंफ्राटेक द्वारा दिए गए 2022-23 के प्रस्ताव के आधार पर टोल टैक्स की नई दरें लागू की जाएंगी। यह वृद्धि मुख्य रूप से एक्सप्रेसवे की रखरखाव और बेहतर सेवाओं के लिए की जा रही है।
जेब पर पड़ेगा असर
टोल टैक्स में हुई इस बढ़ोतरी से लाखों वाहन चालकों पर सीधा असर पड़ेगा। यमुना एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करने वाले हर रोज़ करीब 35,000 वाहन इस रास्ते से गुजरते हैं। खासकर दिल्ली, मथुरा, वृंदावन और आगरा जैसे धार्मिक और पर्यटन स्थलों पर जाने वाले यात्रियों की जेब पर इसका असर ज्यादा पड़ेगा।
नई टोल दरें
- दोपहिया वाहन: अब आपको 3.25 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से टोल टैक्स देना होगा।
- भारी वाहन: भारी वाहनों के लिए यह दर 8.45 रुपये प्रति किलोमीटर होगी।
- यमुना एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 165 किलोमीटर है, जिससे कुल यात्रा के दौरान बड़ी राशि चुकानी पड़ेगी।
यात्रियों पर प्रभाव
इस टोल टैक्स वृद्धि का असर उन लोगों पर सबसे अधिक होगा जो नियमित रूप से यमुना एक्सप्रेसवे से सफर करते हैं। वीकेंड यात्राओं के लिए दिल्ली और आसपास के इलाकों से मथुरा, वृंदावन और आगरा जाने वाले यात्रियों को अब अपनी यात्रा के लिए ज्यादा बजट तय करना होगा।
क्या कहता है प्रशासन?
प्राधिकरण बोर्ड ने यह निर्णय एक्सप्रेसवे पर बढ़ते ट्रैफिक और उसकी बेहतर सेवाओं के लिए लिया है। टोल से प्राप्त धनराशि का उपयोग सड़कों की मरम्मत, सुरक्षा सुविधाओं और अन्य आवश्यक सेवाओं के लिए किया जाएगा, ताकि यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव मिल सके।
अगर आप यमुना एक्सप्रेसवे से नियमित यात्रा करते हैं, तो 1 अक्टूबर 2023 से लागू नई दरों को ध्यान में रखते हुए अपने यात्रा बजट में बदलाव करें। खासतौर पर धार्मिक स्थलों और पर्यटन स्थलों पर जाने वालों के लिए यह बढ़ोतरी महंगी साबित हो सकती है।