हरियाणा सरकार ने 2025 के लिए सरकारी छुट्टियों का कैलेंडर जारी किया है, जो राज्य के कर्मचारियों और नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कैलेंडर में कुल 25 गजटेड अवकाश, 9 सार्वजनिक अवकाश, और 14 वैकल्पिक छुट्टियां शामिल हैं। इन छुट्टियों का उद्देश्य न केवल कर्मचारियों की सुविधा बढ़ाना है, बल्कि राज्य की सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता को भी सम्मान देना है। सरकारी कैलेंडर में शनिवार और रविवार के अलावा कुल 104 अवकाश दिन शामिल किए गए हैं, जो आम नागरिकों और कार्यस्थलों के लिए राहत का कारण बनेंगे।
सार्वजनिक अवकाश और विशेष दिवस
हरियाणा सरकार ने वर्ष 2025 में कुछ विशेष दिनों को अधिसूचित किया है, जिनमें से कुछ सार्वजनिक अवकाश नहीं हैं, लेकिन उनका महत्व सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। इनमें गणतंत्र दिवस (26 जनवरी), सर छोटू राम जयंती (2 फरवरी), भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव शहीदी दिवस (23 मार्च), रामनवमी (6 अप्रैल), वैशाखी (13 अप्रैल), ईद-उल-जुहा (7 जून), रक्षाबंधन (9 अगस्त), जनमाष्टमी (16 अगस्त), और हरियाणा दिवस (1 नवंबर) शामिल हैं। ये विशेष दिन राज्य की ऐतिहासिक धरोहर को याद दिलाते हैं और विभिन्न समुदायों के त्योहारों को मान्यता देते हैं।
वैकल्पिक अवकाश लेने की सुविधा
इसके अतिरिक्त, हरियाणा सरकार ने कर्मचारियों को तीन वैकल्पिक अवकाश लेने की अनुमति भी दी है, जो उन्हें अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक आवश्यकताओं के अनुसार अवकाश लेने का अवसर प्रदान करती है। इन वैकल्पिक छुट्टियों में महर्षि दयानंद सरस्वती जयंती (23 फरवरी), गुड फ्राइडे (18 अप्रैल), बुध पूर्णिमा (12 मई), महर्षि कश्यप जयंती (24 मई), श्रीगुरु अर्जुन देव शहीदी दिवस (30 मई), करवाचौथ (10 अक्टूबर), गोवर्धन पूजा (22 अक्टूबर), छठ पूजा (28 अक्टूबर), और शहीद उधम सिंह जयंती (26 दिसंबर) शामिल हैं। इस पहल से कर्मचारियों को अपने व्यक्तिगत धार्मिक उत्सवों और पारंपरिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
2025 में विशेष रूप से अधिसूचित दिवस
हरियाणा सरकार ने 2025 में कुछ खास दिनों को विशेष रूप से अधिसूचित किया है, जिनमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती (23 जनवरी), संत लड्डू नाथ जी जयंती (12 मार्च), हसन खां मेवाती शहीदी दिवस (15 मार्च), महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती (11 अप्रैल), वीर बंदा बैरागी बलिदान दिवस (9 जून), भगवान विश्वकर्मा जयंती (17 सितंबर), और सरदार वल्लभभाई पटेल जयंती (31 अक्टूबर) शामिल हैं। ये दिन सार्वजनिक अवकाश के रूप में नहीं हैं, लेकिन इनकी महत्ता सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से अत्यधिक है, और राज्य की ऐतिहासिक धरोहर को सम्मानित करते हैं।
कर्मचारियों के लिए राहतभरी पहल
हरियाणा सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि आउटसोर्सिंग कर्मचारियों सहित सभी कर्मचारियों को इन छुट्टियों का लाभ मिले। यह पहल कर्मचारियों को उनके पारिवारिक और धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने की स्वतंत्रता देती है। इसके साथ ही, कर्मचारियों को छुट्टियों के शेड्यूल के आधार पर बेहतर कार्य संतुलन बनाने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी कार्यक्षमता में भी वृद्धि हो सकती है।
शनिवार और रविवार के अवकाश
हरियाणा में 2025 में 52 शनिवार और 52 रविवार को छुट्टी मिलेगी, जो कुल 104 छुट्टियों के बराबर है। यह साप्ताहिक अवकाश पेशेवरों और छात्रों को विश्राम और परिवार के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करेगा। यह समय मानसिक और शारीरिक थकान को दूर करने में मदद करेगा, जिससे कार्य प्रदर्शन में सुधार होगा।
धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता का सम्मान
हरियाणा सरकार का यह कैलेंडर राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता को सम्मानित करता है। इसमें विभिन्न धर्मों और समुदायों के त्योहारों को शामिल किया गया है, जैसे ईद-उल-जुहा, मिलाद-उन-नबी, वैशाखी, और गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस। इस कैलेंडर के जरिए राज्य सरकार यह सुनिश्चित करती है कि सभी धर्मों के अनुयायी समान रूप से अपने धार्मिक आयोजनों का पालन कर सकें।
नागरिकों और संगठनों के लिए महत्व
यह कैलेंडर न केवल सरकारी कर्मचारियों के लिए, बल्कि निजी संगठनों और आम नागरिकों के लिए भी महत्वपूर्ण है। यह नागरिकों को त्योहारी सीजन के दौरान छुट्टियों की योजना बनाने में मदद करता है, साथ ही व्यापारी वर्ग और उद्योग जगत के लोग भी इन छुट्टियों को ध्यान में रखते हुए अपने व्यावसायिक निर्णय ले सकते हैं।