भारत में स्मार्टफोन का चोरी हो जाना या गुम हो जाना एक आम समस्या है। फोन का वापस मिल पाना काफी मुश्किल होता है, चाहे पुलिस की मदद ली जाए या अन्य उपाय अपनाए जाएं। वर्तमान में, स्मार्टफोन ढूंढने के लिए कई तकनीकी सुविधाएं मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद भी चोरी हुए फोन का मिल पाना कठिन बना हुआ है।
Google का नया सुरक्षा फीचर
Google ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए एक नया फीचर पेश किया है, जिसे “थेफ्ट डिटेक्शन लॉक” कहा जाता है। यह फीचर एंड्रॉइड स्मार्टफोन यूजर्स के लिए सुरक्षा का एक अतिरिक्त स्तर प्रदान करता है। इस फीचर का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि यदि फोन चोरी हो जाता है, तो उसमें मौजूद पर्सनल जानकारी सुरक्षित रहे और चोर फोन का कोई उपयोग न कर सके।
चोरी से बचने के लिए मुख्य फीचर्स
Google ने एंड्रॉइड यूजर्स के लिए तीन महत्वपूर्ण फीचर्स जारी किए हैं:
- थेफ्ट डिटेक्शन लॉक: यह मशीन लर्निंग मॉडल का उपयोग करता है, जो यह पहचान सकता है कि फोन कब छीना गया है और चोर पैदल भाग रहा है या गाड़ी में। पहचान होते ही फोन तुरंत लॉक हो जाता है और चोर को उसमें मौजूद डाटा तक पहुंचने से रोकता है।
- ऑफलाइन डिवाइस लॉक: यह फीचर तब सक्रिय होता है जब चोर फोन को लंबे समय तक इंटरनेट से डिस्कनेक्ट करने की कोशिश करता है। जैसे ही चोर फोन को ऑफलाइन करने की कोशिश करता है, फोन लॉक हो जाता है, ताकि उसे बिना इंटरनेट के भी नहीं खोला जा सके।
- रिमोट लॉक: इस फीचर के जरिए यूजर्स अपने फोन को दूर से लॉक कर सकते हैं। “Find My Device” ऐप या वेब के जरिए यह संभव होता है। इससे यूजर्स चोरी हुए फोन को किसी भी स्थान से लॉक कर सकते हैं, ताकि चोर फोन का उपयोग न कर सके।
फिलहाल केवल अमेरिका में उपलब्ध
Google ने यह फीचर फिलहाल अमेरिका के एंड्रॉइड स्मार्टफोन यूजर्स के लिए जारी किया है। इसे जल्द ही अन्य देशों में भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस फीचर का उपयोग खासतौर पर उन स्मार्टफोन्स पर किया गया है, जो हाल ही में लॉन्च किए गए हैं।
यह नया फीचर उन यूजर्स के लिए एक बड़ी राहत है, जो अक्सर फोन चोरी या गुम होने की स्थिति का सामना करते हैं। चोरी होने के बाद फोन का मिलना तो शायद मुश्किल हो, लेकिन इस फीचर के जरिए चोर को फोन का उपयोग करने से रोका जा सकता है, जिससे आपकी पर्सनल जानकारी सुरक्षित रहेगी और फोन चोर के लिए बेकार साबित होगा।