Mission Rojgar: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के हर परिवार को रोजगार से जोड़ना है। सरकार की इस नई पहल के तहत “परिवार कार्ड” नामक योजना बनाई जा रही है, जिसमें राज्य के प्रत्येक परिवार की आर्थिक और रोजगार स्थिति की जानकारी जुटाई जाएगी। यह योजना रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए सरकार के प्रयासों का हिस्सा है।
परिवार कार्ड योजना क्या है?
योगी सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में बेरोजगारी का सही आंकड़ा जुटाना और हर परिवार को रोजगार से जोड़ना है। परिवार कार्ड के माध्यम से राज्य के प्रत्येक घर की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा। इस कार्ड में परिवार के सदस्यों की शिक्षा, उम्र, और रोजगार से संबंधित सभी जानकारियां दर्ज की जाएंगी।
इस योजना का लाभ यह है कि सरकार को यह पता चलेगा कि किन परिवारों में कोई सदस्य रोजगार से नहीं जुड़ा है। इससे सरकार उन परिवारों को रोजगार के अवसर देने के लिए बेहतर योजना बना सकेगी।
रोजगार के अवसरों का विस्तार
योगी सरकार का लक्ष्य है कि हर घर में कम से कम एक व्यक्ति नौकरी या रोजगार से जुड़ा हो। इस दिशा में सरकार ने कौशल विकास कार्यक्रम और रोजगार मेले जैसे कई योजनाएं शुरू की हैं। इन कार्यक्रमों के जरिए न केवल सरकारी नौकरियों का प्रावधान किया जा रहा है, बल्कि निजी क्षेत्र और स्टार्टअप्स में भी युवाओं को अवसर दिए जा रहे हैं।
राशन कार्ड से लिंक होगी जानकारी
परिवार कार्ड को आधार कार्ड की तरह 12 अंकों के यूनिक नंबर से जोड़ा जाएगा, और इसे राशन कार्ड से भी लिंक किया जाएगा। इसका फायदा यह होगा कि राज्य सरकार के पास हर घर की सही जानकारी होगी कि कौन रोजगार से जुड़ा है और कौन नहीं।
सरकार का कदम क्यों है खास?
- बेरोजगारी दर का सटीक आंकड़ा जुटाने में मदद।
- रोजगार योजनाओं का सही और प्रभावी क्रियान्वयन।
- आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ।
योगी सरकार की यह योजना उत्तर प्रदेश में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने और बेरोजगारी को खत्म करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।