भारत सरकार की प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (PM KUSUM) योजना का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए सस्ती और स्थिर ऊर्जा प्रदान करना है। इस योजना के तहत किसानों को सोलर पम्प पर सब्सिडी मिलती है, जिससे उनकी खेती की लागत कम हो जाती है और ऊर्जा की जरूरतें भी पूरी होती हैं। उत्तर प्रदेश में इस योजना के अंतर्गत सोलर पम्प पर भारी सब्सिडी प्रदान की जा रही है।
उत्तर प्रदेश में PM KUSUM योजना का लक्ष्य
उत्तर प्रदेश सरकार ने 2024-25 में PM KUSUM योजना के घटक सी-1 के तहत 3 एचपी (हॉर्स पावर) से लेकर 10 एचपी तक के सोलर पम्पों के लिए एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। इस वर्ष राज्य में कुल 10,000 किसानों को सोलर पम्प प्रदान किए जाएंगे। किसानों को यह पम्प “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर दिए जाएंगे, जिसमें आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी।
सोलर पम्प पर मिलने वाला अनुदान
किसानों को सोलर पम्पों पर मिलने वाली सब्सिडी केंद्र और राज्य सरकार दोनों से मिलकर प्रदान की जाती है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार 30 प्रतिशत की सब्सिडी देती है। इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा भी किसानों को अतिरिक्त अनुदान दिया जाता है:
- अनुसूचित जनजाति, वनटागिया और मुसहर जाति के किसानों के लिए राज्य सरकार 70 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है।
- अन्य किसानों को केंद्र सरकार से 30 प्रतिशत और राज्य सरकार से 60 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है।
- किसानों को शेष 10 प्रतिशत का अंशदान खुद करना होता है।
सोलर पम्प की विभिन्न क्षमताओं पर अनुदान राशि
सोलर पम्प की क्षमता के आधार पर किसानों को अंशदान राशि का भुगतान करना होता है। निम्नलिखित हैं विभिन्न क्षमता के सोलर पम्पों के लिए कृषक अंशदान:
- 3 एचपी (4.5 किलोवॉट सोलर पावर प्लांट): 23,900 रुपये
- 5 एचपी (7.5 किलोवॉट सोलर पावर प्लांट): 39,325 रुपये
- 7.5 एचपी (11.2 किलोवॉट सोलर पावर प्लांट): 54,800 रुपये
- 10 एचपी (14.9 किलोवॉट सोलर पावर प्लांट): 2,26,750 रुपये
Free Solar Pump के लिए आवेदन कैसे करें?
उत्तर प्रदेश में पीएम कुसुम योजना के तहत सोलर पम्प पर अनुदान प्राप्त करने के लिए किसानों को ऑनलाइन आवेदन करना होता है। यह आवेदन यूपीनेडा के पोर्टल upnedakusumc1.in पर किया जा सकता है। आवेदन करने के लिए किसानों को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- मोबाइल नंबर
- भूमि संबंधित दस्तावेज
- पहचान पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
यदि किसी किसान ने पहले आवेदन किया था, तो वे अब अपना कृषक अंशदान जमा करके योजना का लाभ उठा सकते हैं।
PM KUSUM योजना का महत्व
PM KUSUM योजना का उद्देश्य किसानों को स्थिर और सस्ती ऊर्जा प्रदान करना है, ताकि वे अपनी फसलें बेहतर तरीके से उगा सकें। सोलर पम्प से सिंचाई की लागत कम होगी और इससे बिजली के बिल में भी कमी आएगी। इसके अलावा, सौर ऊर्जा का उपयोग पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है, क्योंकि यह एक नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है।
Solar system