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Donald Trump Warn India: डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को दी धमकी, जानें ट्रंप ने भारत को क्यों दी चेतावनी

भारत और ब्राजील पर बरसे ट्रंप, अमेरिकी उत्पादों पर अधिक टैरिफ लगाने का दिया मुंहतोड़ जवाब। 'अमेरिका फर्स्ट' नीति के साथ ट्रंप का आक्रामक रुख।

By PMS News
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    Donald Trump Warn India: डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को दी धमकी, जानें ट्रंप ने भारत को क्यों दी चेतावनी

    अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने से पहले ही अपने ‘अमेरिका फर्स्ट’ दृष्टिकोण को स्पष्ट कर दिया है। ट्रंप ने अपने आक्रामक आर्थिक और व्यापारिक रुख से चीन, भारत, और ब्रिक्स देशों को चुनौती दी है। हाल ही में, उन्होंने भारत और ब्राजील जैसे देशों पर अमेरिकी उत्पादों पर अधिक टैरिफ लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब से अमेरिका भी इन देशों के उत्पादों पर समान टैक्स लगाएगा।

    ट्रंप ने अपने बयान में कहा, “अगर वे हम पर टैक्स लगाते हैं, तो हम भी उन पर उतना ही टैक्स लगाएंगे।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका के उत्पादों पर अन्य देशों द्वारा लगाए गए भारी शुल्क को अब नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।

    भारत और ब्राजील पर निशाना

    डोनाल्ड ट्रंप ने विशेष रूप से भारत और ब्राजील को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि ये देश अमेरिकी उत्पादों पर भारी टैक्स लगाते हैं, लेकिन अमेरिका उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक रहा। उन्होंने यह सवाल उठाया कि क्या यह सही है कि भारत अमेरिका से 100% शुल्क ले और बदले में अमेरिका कुछ न ले?

    मार-ए-लागो में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा, “वे साइकिल भेजते हैं और हम भी साइकिल भेजते हैं। लेकिन वे हमसे 100% या उससे भी ज्यादा शुल्क लेते हैं। अब ऐसा नहीं होगा। जो जैसा करेगा, उसके साथ वैसा ही किया जाएगा।”

    व्यापारिक रिश्तों में पारस्परिकता की नीति

    ट्रंप प्रशासन की व्यापार नीति का मुख्य आधार पारस्परिकता (Reciprocity) रहेगा। उनके नामित वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक ने भी इस दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा, “अगर कोई देश अमेरिका के साथ व्यापार में अनुचित व्यवहार करता है, तो अमेरिका भी वैसा ही करेगा।”

    लुटनिक ने कहा, “आप हमारे साथ जैसा व्यवहार करते हैं, आपको उसी तरह के व्यवहार की उम्मीद करनी चाहिए। यह ट्रंप प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण विषय होगा।”

    चीन के साथ व्यापार समझौता और भारत की स्थिति

    चीन के साथ व्यापार समझौते पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा कि भारत और ब्राजील, अमेरिकी उत्पादों पर उच्च टैरिफ लगाने वाले देशों में शामिल हैं। उन्होंने कहा, “ये देश हमारे सामान पर शुल्क लगाते हैं, और अब हम भी इनके उत्पादों पर वही शुल्क लगाएंगे।”

    उन्होंने जोर देकर कहा कि अब अमेरिका किसी भी देश को आर्थिक मामलों में हावी होने नहीं देगा। ट्रंप ने यह भी कहा कि उनकी नीति का उद्देश्य सिर्फ अमेरिकी उद्योगों और व्यापारिक हितों की रक्षा करना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि सभी देश बराबरी के आधार पर व्यापार करें।

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    भारत के लिए क्या है संदेश?

    भारत पर विशेष रूप से जोर देते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका के कई उत्पादों पर भारत अत्यधिक टैक्स लगाता है। उदाहरण के तौर पर, उन्होंने बताया कि भारत की ओर से आयात किए जाने वाले अमेरिकी सामानों पर 100% या उससे अधिक शुल्क लगाया जाता है।

    ट्रंप ने कहा, “हमारे उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ का जवाब अब दिया जाएगा। अगर वे हमारे उत्पादों पर शुल्क लगाएंगे, तो हम भी उनके उत्पादों पर वैसा ही करेंगे।”

    यह बयान भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों को लेकर तनाव का संकेत देता है। हाल के वर्षों में, दोनों देशों के बीच व्यापार असंतुलन एक प्रमुख मुद्दा रहा है। ट्रंप का यह रुख इस असंतुलन को खत्म करने का प्रयास है।

    आने वाले समय में ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकताएं

    ट्रंप प्रशासन के तहत, व्यापार नीतियां अधिक आक्रामक और राष्ट्रीय हित केंद्रित होंगी। अमेरिकी उद्योगों और उत्पादकों के हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।

    ट्रंप के “अमेरिका फर्स्ट” दृष्टिकोण का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अमेरिकी कंपनियां और व्यवसाय दुनिया के बाजारों में अधिक प्रतिस्पर्धी बनें। उन्होंने कहा, “अब हम किसी भी देश को अपने उत्पादों के लिए अनुचित लाभ उठाने नहीं देंगे।”

    हॉवर्ड लुटनिक ने कहा, “यह केवल व्यापार की बात नहीं है, बल्कि यह समान व्यवहार और सम्मान की बात है। अमेरिका अब और सहन नहीं करेगा।”

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