
आजकल कई छात्र ऐसे हैं जो 12वीं के बाद या ग्रेजुएशन के दौरान जॉब करने लगते हैं। ऐसे में उनके लिए कॉलेज जाना और पढ़ाई करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। इसलिए वे ऐसे कोर्स चुनते हैं जिन्हें घर बैठे किया जा सके। दो सबसे आम विकल्प हैं – ऑनलाइन एजुकेशन (Online Education) और डिस्टेंस लर्निंग (Distance Learning)। लेकिन अक्सर लोग इन दोनों को एक जैसा समझ लेते हैं, जबकि दोनों में काफी फर्क होता है।
अगर आप भी सोच रहे हैं कि जॉब के साथ पढ़ाई कैसे करें या घर से ही डिग्री कैसे लें, तो यह जरूरी है कि आपको इन दोनों तरह की पढ़ाई का फर्क अच्छे से पता हो।
डिस्टेंस लर्निंग क्या होती है?
डिस्टेंस लर्निंग का मतलब है कि आप कॉलेज जाए बिना ही पढ़ाई करते हैं। इसमें आपको कॉलेज या यूनिवर्सिटी से स्टडी मटीरियल पोस्ट या ईमेल के जरिए भेजा जाता है। इसमें आमतौर पर कोई क्लास नहीं होती। आपको खुद से पढ़ाई करनी होती है।
कई बार आपको किताबों के साथ-साथ वीडियो लेक्चर या पीडीएफ भी मिलते हैं। लेकिन इसमें शिक्षक और छात्र के बीच सीधा संवाद नहीं होता। आप अकेले पढ़ाई करते हैं, और जब एग्जाम होते हैं, तभी कॉलेज या सेंटर जाना पड़ता है। इस तरह की पढ़ाई के लिए खुद पर कंट्रोल और अनुशासन बहुत जरूरी होता है, क्योंकि कोई आपको गाइड करने के लिए साथ नहीं होता।
ऑनलाइन एजुकेशन क्या होती है?
ऑनलाइन एजुकेशन में पढ़ाई पूरी तरह इंटरनेट के जरिए होती है। आपको वीडियो लेक्चर, रिकॉर्डेड क्लासेस, ऑनलाइन टेस्ट और स्टडी मटीरियल मिलते हैं। इसमें पढ़ाई एक वर्चुअल क्लासरूम की तरह होती है, जहां बाकी छात्र और टीचर भी होते हैं।
ऑनलाइन क्लास में आप टीचर से सवाल पूछ सकते हैं, चैट कर सकते हैं या लाइव क्लास अटेंड कर सकते हैं। अगर आप क्लास मिस कर दें तो बाद में रिकॉर्डेड क्लास भी देख सकते हैं। यह तरीका उनके लिए ज्यादा अच्छा है जो जॉब कर रहे हैं और फिक्स टाइम पर क्लास अटेंड करना उनके लिए आसान नहीं होता।
ऑनलाइन और डिस्टेंस लर्निंग में क्या फर्क है?
- पढ़ाई का तरीका:
- डिस्टेंस लर्निंग में स्टडी मटीरियल भेजा जाता है और आपको खुद से पढ़ाई करनी होती है।
- ऑनलाइन एजुकेशन में क्लासेस इंटरनेट पर होती हैं, जहां आप टीचर और स्टूडेंट्स से जुड़ सकते हैं।
- टीचर से बात करना:
- डिस्टेंस लर्निंग में टीचर से डायरेक्ट बात नहीं हो पाती।
- ऑनलाइन क्लास में चैट, वीडियो कॉल और फोरम जैसे टूल होते हैं, जिससे आप आसानी से सवाल पूछ सकते हैं।
- लचीलापन (Flexibility):
- दोनों ही मोड ऐसे हैं जिन्हें आप अपने टाइम के हिसाब से कर सकते हैं।
- जॉब करने वालों के लिए दोनों ही अच्छे हैं।
- फीस और खर्च:
- रेगुलर कॉलेज की पढ़ाई महंगी होती है।
- ऑनलाइन और डिस्टेंस कोर्स की फीस कम होती है, जिससे कम बजट में भी पढ़ाई हो सकती है।