
चीन में घटती शिशु जन्म दर को देखते हुए सरकार ने एक नया कदम उठाया है, जिसके तहत माता-पिता को उनके तीन साल से कम उम्र के हर एक बच्चे के लिए सालाना लगभग 50,000 रुपये की मदद दी जाएगी। वैसे तो यह शुरुआत चीन सरकार की ओर से बच्चों की जनसंख्या बढ़ाने के लिए की जा रही है। क्योंकि अक्सर महंगाई के चलते बच्चों के पालन-पोषण के खर्च की वजह से चीनी परिवार बच्चे ही पैदा करने के लिए हिचकिचा रहे हैं। सरकार का लक्ष्य इस योजना से कम से कम 2 करोड़ परिवारों को लाभ पहुंचना है।
घटती जन्म दर की समस्या
चीन दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन वहां की घटती जन्म दर एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। चीन में पिछले कुछ वर्षों से बच्चों की संख्या लगातार घट रही है, जो भविष्य में श्रम शक्ति की कमी और वृद्ध लोगों की बढ़ती संख्या का कारण बन सकती है। पिछले दशक में चीन ने एक-लाभकारी “एक बच्चा नीति” को खत्म किया था, लेकिन इसके बाद भी बच्चों की संख्या में अपेक्षित वृद्धि नहीं हो सकी। इसके परिणामस्वरूप, चीनी सरकार को अब कुछ ठोस कदम उठाने पड़े हैं ताकि आने वाले वर्षों में जनसंख्या के संतुलन को बनाए रखा जा सके।
महंगाई और खर्च के कारण कम बच्चे
चीन में बढ़ती महंगाई और जीवन यापन की उच्च लागत के कारण कई माता-पिता बच्चे पैदा करने से कतराते हैं। बच्चों के पालन-पोषण, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और अन्य जरूरी खर्चों के कारण परिवारों के लिए बच्चों का खर्च वहन करना मुश्किल हो रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए चीन सरकार ने इस योजना को लागू करने का फैसला लिया है। 50,000 रुपये की सालाना मदद का उद्देश्य परिवारों को आर्थिक रूप से राहत देना और बच्चों की संख्या में वृद्धि करना है।
चीन की नई योजना उद्देश्य और लाभ
चीन सरकार की इस नई योजना का उद्देश्य जन्म दर को बढ़ाना और देश के आर्थिक विकास को सुनिश्चित करना है। सरकार की योजना है कि यह योजना अगले कुछ वर्षों तक जारी रहे, जिससे ज्यादा से ज्यादा परिवारों को इस योजना का लाभ मिल सके। यह मदद विशेष रूप से उन परिवारों के लिए है, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और बच्चों के पालन-पोषण के लिए जरूरी संसाधनों की कमी महसूस कर रहे हैं। इस कदम से न केवल आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, बल्कि चीन के श्रमिक वर्ग को भी राहत मिलेगी।
यह भी पढ़ें: प्रपोजल ठुकराया तो महिला ने शुरू किया पीछा! कोर्ट ने सुनाया ऐसा फैसला जो सबको चौंका देगा
सरकार की ओर से समर्थन
चीन सरकार का कहना है कि यह योजना बच्चों के पालन-पोषण में आने वाली आर्थिक बाधाओं को दूर करने के लिए तैयार की गई है। सरकार का उद्देश्य है कि लोग बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित हों और इसके लिए आर्थिक रूप से सहारा मिले। हालांकि, सरकार की इस योजना का विरोध भी हो सकता है, क्योंकि कुछ लोग इसे निजी जीवन में हस्तक्षेप मान सकते हैं, लेकिन यह एक कठिन परिस्थिति में उठाया गया कदम है।
2 करोड़ परिवारों को होगा फायदा
इस योजना के तहत चीन सरकार का लक्ष्य कम से कम 2 करोड़ परिवारों को सहायता पहुंचाना है। इस संख्या के पीछे सरकार की मंशा है कि अधिक से अधिक परिवारों को प्रोत्साहित किया जाए ताकि जनसंख्या वृद्धि हो सके। यह कदम चीन सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकता है, क्योंकि जनसंख्या में गिरावट से न केवल देश की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ता है, बल्कि भविष्य में सामाजिक और राजनीतिक समस्या भी उत्पन्न हो सकती है।
बढ़ते महंगाई के कारण चुनौतियां
महंगाई और बढ़ते जीवन यापन के खर्च को देखते हुए, बहुत से लोग अब बच्चे पैदा करने से बचने की कोशिश कर रहे हैं। बच्चों के पालन-पोषण के लिए आर्थिक स्थिरता की आवश्यकता होती है, और महंगाई के कारण इस खर्च को पूरा करना कई परिवारों के लिए मुश्किल हो रहा है। इस पहल से सरकार उम्मीद कर रही है कि आर्थिक राहत मिलने से लोग परिवार बढ़ाने के बारे में सकारात्मक सोचेंगे।
भविष्य की दिशा
चीन के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उसे आने वाले समय आने वाली स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा। बच्चों के जन्म दर में वृद्धि से भविष्य में आत्म शक्ति बढ़ेगी, जो अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि, यह भी देखना होगा, कि यह योजना कितनी सफल होती है, और चीन के अन्य सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर इसका क्या असर पड़ता है।
इस नई योजना के तहत चीनी सरकार ने आर्थिक पहलुओं पर ध्यान दिया है, लेकिन इसके साथ-साथ सामाजिक दृष्टिकोण से भी यह महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। भविष्य में इस योजना का पालन और विस्तार होने की उम्मीद है, जिससे और भी परिवारों को इसके लाभ मिल सकें।
यह भी देखें: Free Electricity Scheme: एक घर में दो कनेक्शन हैं? जानें क्या दोनों पर मिलेगा फ्री बिजली का लाभ