
जब आप सड़क पर अपने टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर वाहन के साथ निकलते हैं, तो ट्रैफिक नियमों का पालन करना आपकी जिम्मेदारी बनती है। इन्हीं जरूरी नियमों में से एक है High Security Registration Plate यानी HSRP का इस्तेमाल। यह न केवल कानून की मांग है, बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी अहम है। आजकल हर वाहन पर HSRP अनिवार्य है, फिर चाहे वह पुरानी गाड़ी हो या नई। आइए विस्तार से समझते हैं कि हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट क्या है, इसकी आवश्यकता क्यों है और इसे घर बैठे कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
क्या है हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (HSRP)?
High Security Registration Plate (HSRP) एल्यूमीनियम से बनी एक स्पेशल नंबर प्लेट होती है जिसे वाहन के फ्रंट और रियर हिस्से में स्नैप-ऑन लॉक के जरिए लगाया जाता है। इस लॉक का एक बार इस्तेमाल होने के बाद उसे हटाना या दोबारा उपयोग करना संभव नहीं होता। यह सुरक्षा के लिहाज से एक बड़ा कदम है क्योंकि यह प्लेट छेड़छाड़ से सुरक्षित रहती है।
HSRP को रोसमेर्टा टेक्नोलॉजीज जैसे अधिकृत निर्माता कंपनियां बनाती हैं। इसके डिज़ाइन और मटेरियल को लेकर सरकार द्वारा निश्चित मानक तय किए गए हैं, जिससे हर गाड़ी पर एक यूनिफॉर्म पहचान बनी रहे।
प्लेट के साइज और रंग की खासियत
HSRP अलग-अलग गाड़ियों के लिए अलग साइज में आती है – जैसे कि 280×45mm, 200×100mm, 340×200mm और 500×120mm। इसकी मोटाई 1mm होती है और यह रेगुलेशन के अनुसार तय की जाती है।
इसकी तीन रंग श्रेणियाँ होती हैं – व्हाइट (निजी वाहनों के लिए), येलो (कमर्शियल वाहनों के लिए) और ग्रीन (Electric वाहनों के लिए)। ये सभी रिफ्लेक्टिव रंग होते हैं, जिससे रात में या कम रोशनी में भी प्लेट साफ दिखाई देती है।
प्लेट में शामिल सुरक्षा फीचर्स
HSRP में ‘INDIA’ शब्द 45 डिग्री एंगल पर लिखा होता है, जो एक हॉट-स्टैम्प फिल्म के जरिए अंकित किया जाता है। प्लेट के ऊपर नीले रंग में 20x20mm का अशोक चक्र वाला होलोग्राम होता है। इसके नीचे एक यूनिक लेजर कोड दिया होता है जिसमें गाड़ी से जुड़ी सारी जानकारियां होती हैं, जैसे- इंजन नंबर, चेसिस नंबर, मॉडल, रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी आदि। यह कोड गाड़ी की पहचान को यूनिक बनाता है और चोरी होने की स्थिति में वाहन की ट्रैकिंग आसान हो जाती है।
HSRP लगाना क्यों है जरूरी?
सेंट्रल मोटर व्हीकल रूल 50 के तहत, गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन प्लेट का डिजाइन, साइज, फॉन्ट आदि के नियम पहले से ही तय हैं, लेकिन जागरूकता की कमी और कानून के सख्त पालन के अभाव में लोग अभी भी पुराने स्टाइल की प्लेट्स का इस्तेमाल करते हैं। बिना HSRP की गाड़ी चोरी होने पर ट्रैक करना मुश्किल हो जाता है और कई बार अपराधों में ऐसे वाहनों का इस्तेमाल भी हो सकता है। इसलिए HSRP एक कानूनी ज़रूरत के साथ-साथ आपकी सुरक्षा का भी अहम हिस्सा बन चुकी है।
कीमत कितनी होती है HSRP की?
नई गाड़ी के साथ अधिकतर डीलर HSRP उपलब्ध कराते हैं, लेकिन अगर आपको अलग से प्लेट लगवानी है तो इसके लिए कीमत वाहन के प्रकार और ब्रांड के अनुसार भिन्न हो सकती है। टू-व्हीलर के लिए HSRP की कीमत लगभग ₹400-₹500 और फोर-व्हीलर के लिए ₹1100-₹1200 तक हो सकती है। ध्यान रखें कि केवल अधिकृत वेंडर से ही प्लेट ऑर्डर करें ताकि किसी भी धोखाधड़ी से बचा जा सके।
घर बैठे ऐसे ऑर्डर करें HSRP
- अगर आपकी वाहन की नंबर प्लेट टूट गई है या गुम हो गई है, तो अब आप घर बैठे भी HSRP मंगवा सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले bookmyhsrp.com वेबसाइट पर जाएं।
- मेन पेज पर जाकर ‘High Security Registration Plate with Colour Sticker’ के ऑप्शन पर क्लिक करें।
- अपना राज्य, वाहन नंबर, चेसिस नंबर जैसी जानकारियाँ भरें और यह चयन करें कि आप HSRP घर पर डिलीवर करवाना चाहते हैं या किसी नजदीकी शोरूम से पिकअप करेंगे।
- भुगतान की प्रक्रिया पूरी करें और सबमिट बटन दबाएं।
- आपको एक ट्रैकिंग नंबर मिलेगा जिससे आप अपने आवेदन की स्थिति जान सकते हैं।