आयुष्मान भारत योजना, यानी प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, सरकार की एक बहुत बड़ी योजना है। इस योजना के तहत, गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलता है। अगर आपके पास आयुष्मान कार्ड है, तो आप किसी भी सरकारी या निजी अस्पताल में जाकर बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज करवा सकते हैं। इस योजना की वजह से गरीब लोगों को अब महंगे इलाज के लिए परेशान नहीं होना पड़ता है।
मां के आयुष्मान कार्ड पर बच्चे का इलाज कैसे?
आयुष्मान कार्ड न केवल कार्ड धारक बल्कि उसके परिवार के अन्य सदस्यों के इलाज में भी सहायक हो सकता है। खास बात यह है कि नवजात शिशु का इलाज मां के कार्ड पर किया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सरकार ने 28 दिन का समय निर्धारित किया है। इसका मतलब है कि जन्म के पहले 28 दिन तक बच्चे का इलाज मां के कार्ड पर ही किया जा सकता है। इसके बाद बच्चे का अलग आयुष्मान कार्ड बनवाना जरूरी है ताकि वह इस योजना के सभी लाभ ले सके।
आयुष्मान कार्ड के अंतर्गत क्या-क्या लाभ मिलते है ?
इस योजना के अंतर्गत इलाज से पहले सात दिनों की जांच, भर्ती के दौरान इलाज और भोजन तथा डिस्चार्ज के बाद 10 दिनों तक का चेकअप और दवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराई जाती हैं। योजना में 1,500 से अधिक मेडिकल पैकेज शामिल हैं, जो कि व्यापक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करते हैं। खास बात यह है कि योजना में परिवार के आकार, उम्र या लिंग पर कोई प्रतिबंध नहीं है और इसमें सभी मौजूदा बीमारियों का कवर भी शामिल होता है।
घर बैठे कैसे बनाएं आयुष्मान कार्ड?
आयुष्मान कार्ड बनाना अब बेहद आसान हो गया है। इसके लिए आपको अपने मोबाइल पर आयुष्मान ऐप डाउनलोड करना होगा। ऐप में लॉगिन करने के बाद, मोबाइल नंबर वेरीफाई करें और बेनिफिशियरी लिस्ट में अपना नाम खोजें। आधार के जरिए ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपका आयुष्मान कार्ड स्क्रीन पर दिखने लगेगा, जिसे आप तुरंत डाउनलोड कर सकते हैं।