लोग अक्सर गाय, भैंस और बकरियों का पालन करते हैं ताकि दूध से पैसा कमाया जा सके। बाजार में इनका दूध रिटेल में 50-80 रुपये प्रति किलो में बिकता है पर क्या आप जानते हैं कि गधी का दूध (Donkey Milk) बाजार में 7,000 रुपये प्रति किलो तक बिकता है? जी हां, यह सच है। दरअसल, गधी के दूध का इस्तेमाल विभिन्न ब्यूटी प्रोडक्ट (Beauty Products) में होता है और इसमें असाधारण पोषक तत्व पाए जाते हैं। गुजरात के एक व्यक्ति ने इस अनोखे व्यवसाय से भारी मुनाफा कमाने की शुरुआत की है।
गधी का दूध क्यों है इतना कीमती?
गधी का दूध एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो इसे एंटी-एजिंग (Anti-Aging) उत्पादों के लिए उपयोगी बनाता है। इसमें स्किन के लिए आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जिससे इसे कई कॉस्मेटिक कंपनियां अपने उत्पादों में शामिल करती हैं। इसके अलावा गधी का दूध अन्य प्रकार के दूध की तुलना में लंबे समय तक ताजा रहता है, जिससे इसकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ रही है। खास बात यह है कि गधी बहुत कम मात्रा में ही दूध देती है, जो इसे और भी दुर्लभ और महंगा बनाता है।
इस व्यक्ति ने की गधी के दूध से बंपर कमाई
गुजरात के पाटन के धीरेन ने एक समय अपनी पसंद की नौकरी की तलाश की थी पर असफलता के बाद उन्होंने व्यवसाय करने का निर्णय लिया। काफी रिसर्च और योजना के बाद धीरेन ने गधी के दूध का बिज़नेस शुरू किया। अपने गांव में उन्होंने एक डंकी फर्म (Donkey Farm) की स्थापना की, जिसके शुरुआती दौर में उनके पास 20 गधे थे। आज उनके पास 42 से ज्यादा गधे हैं, जिनमें अधिकांश मादा गधे हैं।
धीरेन का मुख्य ग्राहक वर्ग दक्षिण भारत में है, जहाँ कर्नाटक और केरल में गधी के दूध की मांग अधिक है। इसके अलावा, उनके ग्राहकों में कई कॉस्मेटिक कंपनियाँ भी शामिल हैं, जो अपने उत्पादों में गधी के दूध का उपयोग करती हैं।
गधी के दूध की कीमत और स्वास्थ्य लाभ
गधी के दूध की कीमत गाय और भैंस के दूध की तुलना में कई गुना अधिक है। इसका एक लीटर दूध बाजार में 5,000 से 7,000 रुपये तक बिकता है। स्किन के लिए फायदेमंद होने के अलावा, गधी का दूध स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है। रिसर्च से पता चलता है कि गधी का दूध ब्लड शुगर, ब्लड सर्कुलेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में सहायक होता है।
भारत में गधी के दूध का विस्तार
गधी के दूध का व्यापार भारत में तेजी से बढ़ रहा है। राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में इसका प्रमुखता से उत्पादन किया जा रहा है। राजस्थान में खरानी नस्ल की गधी का दूध विशेष रूप से लोकप्रिय है, जबकि गुजरात में हलारी नस्ल की गधी का दूध बेचा जाता है।