उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य निजी नलकूप वाले किसानों को सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली प्रदान करना है। इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा जिन्होंने अपने पिछले बिजली बिलों का भुगतान कर दिया है। यदि किसी किसान पर पहले से बकाया है, तो उन्हें इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए दिसंबर 2024 तक बकाया राशि का भुगतान करना होगा।
योजना की प्रमुख विशेषताएं
मुफ्त बिजली की सीमा: बिजली निगम ने प्रति किलोवाट 140 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का निर्णय लिया है। इसका मतलब यह है कि यदि किसी किसान का कनेक्शन एक किलोवाट का है, तो वह हर महीने 140 यूनिट तक मुफ्त बिजली का उपभोग कर सकता है। इसी तरह, 7.46 किलोवाट (10 हार्सपावर) क्षमता वाले नलकूपों पर प्रति माह अधिकतम 1045 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। यदि किसान इस सीमा से अधिक बिजली का उपभोग करता है, तो अतिरिक्त यूनिट पर शुल्क देना होगा।
बकाया भुगतान की शर्त: जिन किसानों पर बिजली का बकाया है, उन्हें योजना का लाभ तभी मिलेगा जब वे निर्धारित समय सीमा के भीतर बकाया राशि का भुगतान करेंगे। बिजली निगम ने इसके लिए दिसंबर 2024 तक का समय दिया है। किसानों को यह सुविधा भी दी गई है कि वे अपने बकाया बिल को किश्तों में जमा कर सकते हैं।
सिंचाई के लिए ही होगा उपयोग: मुख्य अभियंता आशु कालिया ने स्पष्ट किया कि मुफ्त बिजली योजना केवल सिंचाई के लिए निजी नलकूपों पर लागू होगी। यदि किसान इस कनेक्शन का उपयोग किसी अन्य कार्य के लिए करते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
योजना का लाभ
इस योजना का सीधा लाभ उन किसानों को मिलेगा जो अपनी खेती के लिए निजी नलकूपों का उपयोग करते हैं। मुफ्त बिजली के साथ, किसानों के बिजली बिलों का बोझ कम होगा, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। विशेषकर छोटे और मध्यम वर्ग के किसान इससे अधिक लाभान्वित होंगे।
उपभोक्ताओं की संख्या
गोरखपुर क्षेत्र में इस योजना के तहत जोन एक में 4448 और जोन दो में 3161 किसान उपभोक्ता शामिल हैं। इन सभी किसानों को योजना का लाभ दिया जा रहा है, बशर्ते उन्होंने अपने पूर्व के बकाया बिलों का भुगतान कर दिया हो।
उत्तर प्रदेश की यह योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो न केवल उन्हें आर्थिक राहत प्रदान करेगी, बल्कि राज्य की कृषि क्षेत्र में उत्पादन को भी बढ़ावा देगी। सरकार द्वारा दी गई इस सौगात से किसानों का मनोबल ऊंचा होगा और उन्हें अपनी खेती को और भी प्रभावी तरीके से करने का अवसर मिलेगा।
योजना के तहत लागू शर्तों का पालन करते हुए किसान इस मुफ्त बिजली सुविधा का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।