सुप्रीम कोर्ट द्वारा सहारा और सेबी के केस में एक महत्वपूर्ण आदेश जारी किया गया है, जिसका इंतजार निवेशकों और सहारा कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से किया जा रहा था। हाल ही में, कोर्ट ने सहारा से संबंधित सुनवाई के फैसले को सुप्रीम कोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर सार्वजनिक किया है। यह सुनवाई 3 और 5 सितंबर को हुई थी, जिसमें कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
सहारा बैंक खुलने की संभावना पर चर्चा:
सहारा समूह द्वारा एक IA (Interlocutory Application) दायर की गई थी, जिसमें यह अनुरोध किया गया कि कंपनी अपने कर्मचारियों और निवेशकों को भुगतान कर सके। इस याचिका में सहारा ने कोर्ट से अनुरोध किया कि उसकी संपत्ति को बेचने की अनुमति दी जाए, ताकि निवेशकों का बकाया और कर्मचारियों का वेतन चुकाया जा सके। कोर्ट ने इस पर सहमति दी है कि संपत्ति बेचने के बाद पैसा सहारा-सेबी रिफंड अकाउंट में जमा किया जाएगा, और इसके बाद सहारा को 12% वार्षिक ब्याज के साथ पैसा लौटाने की अनुमति होगी।
IA फाइलिंग और हाईकोर्ट के केस
सहारा समूह के खिलाफ विभिन्न राज्यों के हाईकोर्ट में चल रहे केसों को सुप्रीम कोर्ट ने वापस हाईकोर्ट और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में सुनवाई के लिए भेज दिया है। सहारा ने पहले दावा किया था कि उनके मामले सुप्रीम कोर्ट में हैं, लेकिन कोर्ट ने यह स्पष्ट कर दिया है कि सभी केसों की सुनवाई अब संबंधित न्यायालयों में ही होगी।
5 सितंबर की सुनवाई
अभी तक, 5 सितंबर की सुनवाई से संबंधित आदेश नहीं आया है। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि जल्द ही 5 सितंबर की सुनवाई का भी आधिकारिक निर्णय जारी किया जाएगा, जिसमें जमीन की बिक्री और 10,000 करोड़ रुपये से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।
अभी तक इस केस में कई निवेशक और कर्मचारी अपनी बकाया राशि के लिए इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही इस मामले में आगे की जानकारी आती है, इसे सुप्रीम कोर्ट की वेबसाइट पर लाइव देखा जा सकेगा।