आज के समय में हर किसी व्यक्ति का बैंक में अकाउंट तो होता ही है, लेकिन ऐसे बहुत कम ही लोग है, जिनके पास बैंक में लॉकर भी है, जहां वह अपना कीमती सामान और जरुरी कागजात रखा करते है, यदि आप बैंक लॉकर का इस्तेमाल करते है, तो बैंक लॉकर से जुडी सुविधाओं के किराये तथा सुरक्षा व नामांकन से जुड़े कुछ नियमों में बदलाव किए गए है।
बैक लॉकर के नियमों में बदलाव भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक और पंजाब नेशनल बैंक, जैसे देश के टॉप बैंकों में लागू होने जा रहें है, अब आपको इन बैंकों के लाकर का इस्तेमाल करने के लिए शुल्क देने की जरुरत पड़ सकती है, क्यूंकि इन सभी बैंकों में इस महीने नवंबर में बैंक लॉकर चार्ज को बदला गया है, बैंक लॉकर की लागत लॉकर के आकार और शाखा के स्थान के साथ कई चीजों पर निर्भर होती है।
SBI और ICICI बैंक में बैंक लॉकर चार्ज
- एसबीआई बैंक – एसबीआई बैंक में लॉकर का किराया उसके साइज और स्थान के अनुसार निर्धारित किया गया है, इसमें सेमी मेट्रो और ग्रामीण क्षेत्रों में एक छोटे बैंक लॉकर के लिए 1,500 रुपए से शुरु होता है, जो मेट्रो और शहरी इलाकों में एक और बड़े लॉकर के लिए 12,000 रुपए तक है।
- आईसीआईसीआई बैंक – आईसीआईसीआई बैंक में ग्रामीण क्षेत्रों में 1,200 रुपए से लेकर मेट्रो प्लस क्षेत्रों में अतिरिक्त बड़े लॉकर के लिए 22,000 रुपए तक वार्षिक किराया तय किया गया है।
HDFC बैंक में लॉकर चार्जेस
एचडीएफसी बैंक में शहरों के लिए लॉकर चार्ज 1,500 से लेकर 7,000 रुपए तक तय किया गया है, वहीं ग्रामीण जगहों के लिए 550 रुपए से 3,000 रुपए तक है इसके अलावा मेट्रो शहरों के लिए 1,350 से 10,000 रुपए तक निर्धारित किया गया है, इस बैंक में वर्तमान लागत में GST शामिल नहीं है, हालाँकि अंतिम लागत में 18 प्रतिशत GST शामिल होगी।
PNB बैंक में लॉकर चार्ज
चुने गए मेट्रों शाखाओं में 25 प्रतिशत का प्रीमियम, और चिन्हित शाखाओं की समीक्षा के अधीन, हर वर्ष लॉकर विजिट की संख्या, प्रति वर्ष 12 विजिट फ्री और उसके बाद 100 रुपए प्रति विजिट लगता है, PNB एक वित्तीय वर्ष में 12 विजिट से अधिक हर विजिट पर 100 रुपए का शुल्क लेने की सलाह देता है, बैंक लॉकर को किराय पर लेने का एक जरुरी कारण यह भी है, की यह अहम सामानों के लिए सुरक्षा प्रदान करता है, जिसे वार्षिक किराय का 100 गुना माना जाता है।
वार्षिक किराए के शुल्क के अलावा, ग्राहकों को अन्य सम्बंधित लागतों के बारे में भी पता होना चाहिए, इसमें लॉकर रजिस्ट्रेशन शुल्क से लेकर चाबी का भुगतान न करने पर लॉकर तोड़ने पर भी शुल्क शामिल है।