बरेली जिले के कई परिवारों के लिए बुरी खबर आई है। जो लोग फ्री राशन का लाभ ले रहे थे, उनके राशन कार्ड अब निरस्त कर दिए गए हैं। ये कार्रवाई उन परिवारों पर हुई है जिन्होंने बैंकों से कर्ज लिया था और अपनी आय अधिक दिखाकर खुद को सक्षम बताया था। सरकार द्वारा भेजी गई सूची के आधार पर आपूर्ति विभाग ने यह कदम उठाया है, जिससे सैकड़ों परिवार अब फ्री गेहूं-चावल नहीं ले पाएंगे।
क्यों हुए राशन कार्ड निरस्त?
राशन कार्ड के निरस्तीकरण का मुख्य कारण यह है कि जिन लोगों ने बैंकों से कर्ज लिया था, उन्होंने अपनी आय अधिक दिखाकर ऋण प्राप्त किया था। बैंकों ने कर्ज देने के लिए इन लोगों के पैन कार्ड और वार्षिक आय का विवरण लिया था। बैंक से कर्ज प्राप्त करने के लिए कई लोगों ने पांच लाख से अधिक वार्षिक आय दर्शाते हुए टैक्स भरा था, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति राशन कार्ड की पात्रता से अधिक हो गई। यह जानकारी राज्य मुख्यालय द्वारा आपूर्ति विभाग को भेजी गई, जिसके बाद राशन कार्ड निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
आपूर्ति विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ऐसे लोग जो टैक्स पेयर हैं या जिनका टीडीएस कटता है, उनका नाम इस सूची में शामिल किया गया था। विभागीय नियमों के अनुसार, अगर किसी की वार्षिक आय शहरी क्षेत्रों में तीन लाख और ग्रामीण क्षेत्रों में दो लाख से अधिक होती है, तो वह राशन कार्ड के लिए पात्र नहीं होता है। इस मानक के आधार पर सैकड़ों परिवारों के राशन कार्ड निरस्त किए गए हैं।
पात्रता के लिए शासन की गाइडलाइन
राशन कार्ड प्राप्त करने के लिए शासन की तरफ से कुछ निश्चित मानक तय किए गए हैं। इनमें सबसे अहम मानक परिवार की वार्षिक आय होती है। शहरी क्षेत्रों में यह आय तीन लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह सीमा दो लाख रुपए तय की गई है। अगर किसी परिवार की आय इस सीमा से अधिक होती है, तो उनके राशन कार्ड स्वतः निरस्त कर दिए जाते हैं।
बरेली जिले में भी इसी आधार पर राशन कार्ड निरस्तीकरण हुआ है। बैंकों से कर्ज लेने वाले लोगों ने अपनी आय अधिक दिखाकर कर्ज प्राप्त किया, जिससे उनकी आय राशन कार्ड की पात्रता से बाहर हो गई। इसके परिणामस्वरूप, जिले के सैकड़ों राशन कार्ड धारकों के कार्ड रद्द कर दिए गए हैं।
कर्ज लेने से बदली आर्थिक स्थिति
बैंक से कर्ज लेने के लिए लोगों ने अपनी आय बढ़ाकर दिखाई और टैक्स भरा, जिससे उनका आर्थिक स्तर बदल गया। शासन द्वारा भेजी गई सूची में शामिल इन लोगों के राशन कार्ड निरस्त कर दिए गए हैं। कई मामलों में लोगों ने कर्ज लेने के लिए खुद को टैक्स पेयर भी घोषित कर दिया, जिसके बाद सॉफ्टवेयर के जरिए ऐसे लोगों को चिन्हित किया गया और उनकी जानकारी आपूर्ति विभाग को भेजी गई।
क्या करें अगर राशन कार्ड निरस्त हो गया?
जिला पूर्ति अधिकारी नीरज सिंह ने बताया कि जिन लोगों का राशन कार्ड निरस्त हुआ है, वे दोबारा से आवेदन कर सकते हैं। अगर किसी परिवार की आय मानक के अनुरूप है, तो जांच के बाद उन्हें फिर से राशन कार्ड जारी किया जाएगा। जिनका कार्ड गलती से निरस्त हो गया है, वे भी इस प्रक्रिया का हिस्सा बन सकते हैं।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यह है कि सरकारी योजनाओं का लाभ उन्हीं लोगों को मिले, जो इसके वास्तविक हकदार हैं। जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम हैं, उन्हें इन योजनाओं का लाभ नहीं मिलना चाहिए ताकि जरूरतमंदों तक राशन और अन्य सुविधाएं पहुंच सकें। राशन कार्ड निरस्तीकरण से जुड़े इस फैसले ने बरेली जिले में सैकड़ों परिवारों को प्रभावित किया है। हालांकि, जरूरतमंद लोग पुनः आवेदन कर सकते हैं और मानकों के आधार पर उन्हें फिर से लाभ दिया जा सकता है।