अवध ओझा, उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के निवासी, एक प्रसिद्ध मोटिवेशनल स्पीकर और शिक्षाविद हैं, जिन्होंने अब अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू कर दी है। हाल ही में, वह आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हुए और राजनीति में अपनी भूमिका निभाने का निर्णय लिया है। हालांकि, इससे पहले वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस से जुड़ने की कोशिश कर चुके थे। उनका यह कदम राजनीति में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है, और उन्होंने इस क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने की शुरुआत कर दी है।
आम आदमी पार्टी से जुड़ना
अवध ओझा ने हाल ही में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल होकर अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह शिक्षा के क्षेत्र में भी सक्रिय रहेंगे, लेकिन अगर उन्हें राजनीति और शिक्षा के बीच एक को चुनने का मौका मिलेगा, तो वह राजनीति को प्राथमिकता देंगे। इस बयान से उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का स्पष्ट संकेत मिलता है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी उन्हें पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति से शिक्षा के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
गोंडा से इलाहाबाद तक का सफर
अवध ओझा का जन्म उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में हुआ था। उनकी मां एक वकील थीं, और पिता ने उनकी मां को पढ़ाई के लिए पांच एकड़ जमीन बेच दी थी। उनका जीवन काफी संघर्षपूर्ण रहा, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। गोंडा में अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद, वह आगे की पढ़ाई के लिए इलाहाबाद चले गए। यहां उन्होंने शिक्षा जगत में अपनी पहचान बनानी शुरू की, हालांकि शुरुआत में उन्हें छात्रों के बीच सफलता नहीं मिल रही थी।
कोचिंग संस्थान और उनकी कठिन यात्रा
अवध ओझा ने इलाहाबाद में कोचिंग संस्थान शुरू किया, लेकिन शुरुआत में छात्रों का उनके पढ़ाने का तरीका पसंद नहीं आया। कई छात्रों ने शिकायत की और कोचिंग छोड़ दी। लेकिन ओझा ने छात्रों से फीडबैक लिया और अपने पढ़ाने के तरीके में बदलाव किया। इस बदलाव ने उनकी लोकप्रियता में इज़ाफा किया, और धीरे-धीरे उनकी कोचिंग की सफलता बढ़ने लगी।
अवध ओझा की कुल संपत्ति
अवध ओझा की अनुमानित कुल संपत्ति लगभग 11 करोड़ रुपये है। यह संपत्ति उनके शिक्षा क्षेत्र में योगदान और कोचिंग संस्थान से आई आय के कारण संभव हो पाई है। उनके कोचिंग संस्थान में फीस की संरचना भी बहुत अलग है। ऑफलाइन क्लास के लिए वह 1.2 लाख रुपये लेते हैं, जबकि ऑनलाइन क्लासेस के लिए यह राशि करीब 80,000 रुपये होती है। इसके अलावा, उन्होंने अपने शिक्षा क्षेत्र में जो मेहनत और समर्पण दिखाया है, वह उनके सफलता के प्रमुख कारण हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024
अवध ओझा की राजनीतिक यात्रा को लेकर आने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024 में उनकी उम्मीदवारी पर चर्चा हो रही है। हालांकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि वह इस चुनाव में उम्मीदवार बन सकते हैं। उनका यह कदम उनकी बढ़ती राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं का संकेत है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वह राजनीति में किस दिशा में काम करते हैं।