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खुशखबरी! आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगा ₹26,000 वेतन? Asha Anganwadi Salary Hike

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में हाल ही में की गई बढ़ोतरी से उनके जीवन स्तर में सुधार की संभावना है। इस लेख में हम विस्तार से चर्चा करेंगे कि यह वृद्धि कैसे कार्यकर्ताओं के लिए एक बदलाव लेकर आएगी और समाज पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। जानिए विभिन्न राज्यों और केंद्र सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के बारे में।

By PMS News
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खुशखबरी! आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को मिलेगा ₹26,000 वेतन? Asha Anganwadi Salary Hike
Asha Anganwadi Salary Hike

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता (Asha Anganwadi Workers) हमारे समाज के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। ये कार्यकर्ता देश के हर कोने में स्वास्थ्य, पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अहम भूमिका निभाते हैं। हालांकि, लंबे समय से इन कार्यकर्ताओं के वेतन में बढ़ोतरी की मांग उठती रही है, और हाल ही में कई राज्यों में इन कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि की घोषणा की गई है। इससे न केवल इन कार्यकर्ताओं के जीवन स्तर में सुधार की उम्मीद जगी है, बल्कि इसका प्रभाव देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं और पोषण कार्यक्रमों पर भी पड़ेगा।

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता योजना

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के लिए विभिन्न योजनाएं केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा चलाई जाती हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार करना और पोषण कार्यक्रमों का प्रभावी कार्यान्वयन करना है।

इस योजना के तहत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मौजूदा वेतन ₹4,500 + ₹3,600 है, वहीं आंगनवाड़ी सहायिकाओं को ₹2,500 + ₹1,800 मिलते हैं। आशा कार्यकर्ताओं का वेतन ₹2,000 से ₹4,000 तक होता है, जो राज्य के हिसाब से भिन्न हो सकता है। कई राज्यों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए ₹26,000 के न्यूनतम वेतन की मांग उठाई गई है।

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका और महत्व

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता समाज के स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में एक अहम कड़ी हैं। ये कार्यकर्ता गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं और बच्चों की देखभाल में सक्रिय रहते हैं। इनके कार्यों में मुख्य रूप से बच्चों का टीकाकरण, पोषण स्तर की निगरानी, स्वास्थ्य शिक्षा का प्रचार और सरकारी योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन शामिल हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान इन कार्यकर्ताओं ने अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं के रूप में कार्य किया और समुदाय को कोरोना से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक किया।

वेतन वृद्धि की मांग और कारण

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में बढ़ोतरी की मांग समय-समय पर उठती रही है। इसके पीछे कई कारण हैं, जैसे मुद्रास्फीति और बढ़ती महंगाई के कारण मौजूदा वेतन अपर्याप्त हो गया है। इन कार्यकर्ताओं पर काम का बोझ लगातार बढ़ रहा है, लेकिन वेतन में कोई विशेष वृद्धि नहीं हुई है।

इसके अतिरिक्त, अधिकांश कार्यकर्ता शिक्षित हैं और बेहतर वेतन के हकदार हैं, जिससे वेतन वृद्धि की मांग स्वाभाविक हो जाती है। इसके अलावा, वर्तमान समय में इन कार्यकर्ताओं को पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा लाभ नहीं मिलते, जो उनकी कार्यशक्ति और जीवन स्तर को प्रभावित करते हैं।

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राज्यों द्वारा उठाए गए कदम

कई राज्यों ने आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में वृद्धि की है। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में ₹750 की वृद्धि की घोषणा की है, जो अप्रैल 2024 से प्रभावी होगी। हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आशा कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय में ₹2,100 की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा, कर्नाटका में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए ₹26,000 के न्यूनतम वेतन की मांग की गई है।

केंद्र सरकार की पहल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2018 में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की थीं। इसमें आशा कार्यकर्ताओं को मिलने वाले प्रोत्साहन में दोगुनी वृद्धि, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत मुफ्त बीमा कवर, और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में ₹1,500 से ₹2,250 तक की वृद्धि शामिल है।

2024-25 के अंतरिम बजट में एक और महत्वपूर्ण घोषणा की गई है, जिसके तहत सभी आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं को आयुष्मान भारत योजना के तहत कवर किया जाएगा, और उन्हें ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा।

वेतन वृद्धि के संभावित प्रभाव

आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के वेतन में वृद्धि से कई सकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। सबसे पहले, इन कार्यकर्ताओं का जीवन स्तर सुधरेगा और वे अपने परिवार की बेहतर देखभाल कर पाएंगे। उच्च वेतन से कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ेगा और वे अपने कार्य को और अधिक गंभीरता से करेंगे। इसके अलावा, यह वेतन वृद्धि उनके द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकती है। कार्यकर्ताओं का आर्थिक सशक्तिकरण भी होगा, जो समाज के लिए लाभकारी साबित होगा।

भविष्य की संभावनाएं

आने वाले समय में आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के लिए कई संभावनाएं खुल सकती हैं। इन कार्यकर्ताओं को डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, उच्च शिक्षा और प्रशिक्षण के अवसर प्रदान करके इन कार्यकर्ताओं के कैरियर में प्रगति हो सकती है। सामुदायिक नेतृत्व के क्षेत्र में भी इन कार्यकर्ताओं की भूमिका बढ़ सकती है, और स्वास्थ्य अनुसंधान में इनकी भागीदारी को बढ़ावा दिया जा सकता है।

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