सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाले ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब है कि आप अभी भी उसी ब्याज दर पर पैसा लगा सकते हैं जो पिछले तीन महीनों से चल रही थी। ये योजनाएं आम लोगों खासकर मध्यम वर्ग के लिए काफी पसंद की जाती हैं क्योंकि इनमें पैसा लगाना सुरक्षित होता है और साथ ही अच्छी ब्याज दर भी मिलती है। सरकार ने ये सुनिश्चित किया है कि इन योजनाओं में निवेश करने वालों को कोई नुकसान न हो।
ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं
वित्त मंत्रालय ने 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर 2024 तक की अवधि के लिए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इसका मतलब यह है कि जो ब्याज दरें जुलाई-सितंबर तिमाही में लागू थीं, वही ब्याज दरें अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के लिए भी रहेंगी। वित्त मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज़ में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया है और यह जुलाई-सितंबर की अधिसूचित दरों के अनुसार ही रहेंगी।
मुख्य योजनाओं पर ब्याज दरें
अगर आप Small Savings Scheme में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह जानना ज़रूरी है कि किस योजना पर कितना रिटर्न मिल रहा है। आइए एक नजर डालते हैं प्रमुख योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों पर:
- नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC): 7.7% का ब्याज
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): 7.1% का ब्याज
- किसान विकास पत्र (KVP): 7.5% का ब्याज
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY): 8.2% का ब्याज
- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS): 8.2% का ब्याज
- महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र: ब्याज दर स्थिर, जानकारी जल्द
- डाकघर मासिक आय योजना (POMIS): 7.4% का ब्याज
इसके अलावा, डाकघर की टाइम डिपॉजिट योजनाओं पर भी ब्याज दरों को यथावत रखा गया है:
- 1 साल की अवधि पर 6.9%
- 2 साल की अवधि पर 7%
- 3 साल की अवधि पर 7.1%
- 5 साल की अवधि पर 7.5%
- 5 साल की रिकरिंग डिपॉजिट (RD) पर 6.7% का ब्याज मिलेगा।
सरकार द्वारा ब्याज दरों में कोई बदलाव न करना उन निवेशकों के लिए राहत की बात है जो पहले से ही इन योजनाओं में निवेश कर रहे हैं या भविष्य में करने की योजना बना रहे हैं। स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेश सुरक्षित और स्थिर रिटर्न प्रदान करता है, जो मिडिल क्लास परिवारों के लिए एक बड़ी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।