जय शाह को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) का नया चेयरमैन चुना गया है। 35 साल की उम्र में वे इस महत्वपूर्ण पद पर पहुँचने वाले सबसे युवा व्यक्ति बन गए हैं। उनका कार्यकाल 1 दिसंबर 2024 से शुरू होगा, जिसमें वे वर्तमान चेयरमैन ग्रेग बार्कले का स्थान लेंगे। शाह की बिना विरोध चुनाव से न केवल भारतीय क्रिकेट का प्रभाव बढ़ा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की स्थिति और मजबूत हुई है।
ICC चेयरमैन की पावर और जिम्मेदारियां
ICC चेयरमैन का पद बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। चेयरमैन के पास ICC की नीतियों और दिशा-निर्देशों को निर्धारित करने की शक्ति होती है। इसके तहत खेल के विभिन्न फॉर्मेट्स (जैसे टेस्ट, वनडे, टी20) के भविष्य, क्रिकेट के वित्तीय मॉडल, और वैश्विक स्तर पर क्रिकेट के विस्तार पर भी निर्णय लिए जाते हैं। चेयरमैन की भूमिका मुख्य रूप से सलाहकार और निर्णायक दोनों होती है, जो कि सदस्य देशों के बीच सहमति बनाकर काम करता है।
जय शाह का मुख्य ध्यान क्रिकेट को और अधिक समावेशी और लोकप्रिय बनाने पर होगा, विशेष रूप से क्रिकेट के 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक्स में शामिल होने के संदर्भ में। यह कदम क्रिकेट के वैश्विक विस्तार के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
जय शाह से पहले कौन-कौन बने थे ICC चेयरमैन?
जय शाह से पहले चार और भारतीय ICC चेयरमैन बन चुके हैं, जिन्होंने वैश्विक क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया:
- जगमोहन डालमिया (1997-2000): डालमिया ICC के पहले भारतीय चेयरमैन थे। उनके कार्यकाल में क्रिकेट के वैश्विक स्तर पर विस्तार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए, जिसमें 1996 का वर्ल्ड कप भारतीय उपमहाद्वीप में लाने का महत्वपूर्ण योगदान शामिल है।
- शरद पवार (2010-2012): भारतीय राजनेता शरद पवार के कार्यकाल में खेल के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने और नए फॉर्मेट्स को लाने पर विशेष जोर दिया गया।
- एन. श्रीनिवासन (2014): श्रीनिवासन के कार्यकाल में क्रिकेट के प्रशासनिक मॉडल में बड़े बदलाव किए गए, जिसमें “बिग थ्री” मॉडल का परिचय हुआ, जिसने भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को अधिक नियंत्रण दिया। हालांकि, उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा।
- शशांक मनोहर (2015-2018): मनोहर ने दो बार ICC चेयरमैन के रूप में कार्य किया और अपने कार्यकाल के दौरान ICC के वित्तीय मॉडल में सुधार किया, जिससे सदस्य देशों के बीच राजस्व का अधिक समान वितरण सुनिश्चित किया गया।
जय शाह का ICC चेयरमैन बनना न केवल भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को और अधिक मजबूत करेगा। उनके नेतृत्व में ICC नई ऊंचाइयों को छूने की उम्मीद कर रहा है, खासकर 2028 ओलंपिक्स में क्रिकेट के प्रवेश के साथ। भारतीय चेयरमैनों की इस लिस्ट में जय शाह का नाम जोड़ना भारतीय क्रिकेट के बढ़ते दबदबे का प्रतीक है।