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Govt Jobs Update: अब नहीं मिलेगी ‘पक्की नौकरी’, 1 या 4 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर होगी भर्ती, जानें पूरा नियम

सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए आई बड़ी खबर! अब डिफेंस सेक्टर की बड़ी कंपनियों ने पक्की नौकरी देना बंद कर दिया है। यूनिशंस इंडिया लिमिटेड और एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड जैसी कंपनियों में अब सिर्फ 1 या 4 साल की कॉन्ट्रैक्ट बेस भर्ती होगी। जानिए पूरा नियम और इसके पीछे की वजह।

By PMS News
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Govt Jobs Update: अब नहीं मिलेगी ‘पक्की नौकरी’, 1 या 4 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर होगी भर्ती, जानें पूरा नियम
Govt Jobs Update: अब नहीं मिलेगी ‘पक्की नौकरी’, 1 या 4 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर होगी भर्ती, जानें पूरा नियम

अब नहीं मिलेगी’ पक्की नौकरी जो बात सिर्फ प्राइवेट कंपनियों तक सीमित नहीं है। बल्कि अब देश की डिफेंस यानी रक्षा कंपनियों ने भी यही तरीका अपना लिया है। पहले जहां आयुध निर्माणियों (Ordnance Factores) में स्थायी नौकरी मिलती थी, अब वहां सिर्फ 1 से 4 साल के लिए कॉन्टैक्ट (Contract) पर काम मिलेगा।

यूनिशंस इंडिया लिमिटेड में 400 से ज्यादा लोगों को मिली नौकरी

निगमीकरण (Corporatization) के बाद यूनिशंस इंडिया लिमिटेड (Yantra India Limited) ने खमरिया आयुध निर्माणी के लिए दो बार भर्ती निकाली। इन दोनों मौकों पर 400 से ज्यादा लोगों को नौकरी मिली, लेकिन किसी को भी स्थायी नौकरी नहीं दी गई। सभी को एक सीमित समय के लिए ही रखा गया।

अब एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड में भी भर्ती शुरू

अब दूसरी डिफेंस कंपनी, एडवांस वेपंस एंड इक्विपमेंट इंडिया लिमिटेड (Advanced Weapons and Equipment India Limited) ने जबलपुर की गन कैरिज फैक्ट्री (Gun Carriage Factory – GCF) के लिए भर्ती शुरू की है। इसमें कुल 53 ट्रेडमैन के पद हैं और ये सभी भी केवल कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर दिए जा रहे हैं।

पांच साल से नहीं हुई कोई पक्की भर्ती

इन रक्षा कंपनियों में आखिरी बार स्थायी भर्ती करीब 5 साल पहले हुई थी। इसके बाद से जितनी भी भर्तियां हुईं, वो सब कॉन्ट्रैक्ट वाली रही हैं। मतलब अब यहां पर पक्की नौकरी की उम्मीद करना बेकार है।

सेना से मिला नया ऑर्डर, लेकिन कर्मचारी नहीं

हाल ही में सेना ने जबलपुर की फैक्ट्री को 18 लाइट फील्ड गन (Light Field Gun – LFG) बनाने का ऑर्डर दिया है। इससे पहले ऐसा ऑर्डर 2018 में मिला था। इतने सालों में फैक्ट्री का काम बंद हो गया था। अब इसे दोबारा शुरू किया जा रहा है, लेकिन पुराने कर्मचारी रिटायर हो चुके हैं। इसलिए अब नए लोग रखे जा रहे हैं – मगर सिर्फ कॉन्ट्रैक्ट पर और 30,000 से 39,525 रुपये महीने की तय सैलरी पर।

एचआर पॉलिसी नहीं बनी, इसलिए नहीं हो रही पक्की भर्ती

डिफेंस की इन नई कंपनियों की अब तक अपनी HR पॉलिसी (Human Resource Policy) नहीं बनी है। इसी कारण कोई भी कंपनी अभी तक स्थायी भर्ती नहीं कर रही है। 2022 में जब सरकार ने 41 आयुध निर्माणियों को मिलाकर 7 कंपनियां बनाई थीं, तब से ही ये नई कंपनियां अस्थायी आधार पर ही काम कर रही हैं।

कर्मचारियों को कंपनियों में मिलाने की तैयारी, यूनियन का विरोध

हाल ही में इन सरकारी कर्मचारियों को पूरी तरह नई कंपनियों में शामिल करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। आर्मर्ड वीकल निगम लिमिटेड (Armoured Vehicle Nigam Limited) ने इस बारे में पत्र भी जारी कर दिया था। लेकिन कर्मचारियों के तीन बड़े संगठन BPMS, INDWF और AIDEF ने इसका जोरदार विरोध किया है। उनका कहना है कि इससे नौकरी की सुरक्षा खत्म हो जाएगी।

कॉन्ट्रैक्ट पर रखने की जरूरत क्यों पड़ी?

गन कैरिज फैक्ट्री के मुख्य महाप्रबंधक राजीव गुप्ता ने बताया कि नए और पुराने रक्षा प्रोजेक्ट्स के लिए कर्मचारियों की जरूरत थी। इसी कारण कंपनी को जानकारी दी गई और कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती की अनुमति मिल गई। अब इस पर काम शुरू हो गया है और सभी भर्तियां तय समय के लिए ही होंगी।

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अब रक्षा कंपनियों में भी अग्निवीर जैसी कॉन्ट्रैक्ट नौकरी

जैसे सेना में अब अग्निवीर योजना (Agnipath Yojana) से 4 साल के लिए सैनिक रखे जाते हैं, वैसे ही अब आयुध निर्माणियों में भी तय समय के लिए ही कर्मचारी रखे जा रहे हैं। यह बदलाव नौकरी के पूरे सिस्टम को ही बदल रहा है। अब यहां लंबे समय की पक्की नौकरी मिलना लगभग नामुमकिन हो गया है।

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