
केंद्र सरकार ने महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में तीन फीसदी की बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। यह बढ़ोतरी केंद्रीय और राज्य सरकार के कर्मचारियों के साथ-साथ पेंशनर्स को भी मिलेगी। इस बढ़ोतरी की घोषणा अगस्त या सितम्बर में की जा सकती है और यह लाभ जुलाई से मिलना शुरू हो सकता है।
महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी का आधार
सैलरी और पेंशन निर्धारण के एक्सपर्ट हरिशकर तिवारी के अनुसार पिछले 12 महीनों का औसत उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) 413.472 अंक रहा। इस आधार पर महंगाई भत्ता 58.17 प्रतिशत तय किया गया है। तिवारी ने बतया कि महंगाई भत्ता हमेशा पूर्णाक में दिया जाता है, इसलिए 58 प्रतिशत तय किया गया है, जबकि पहले 55 प्रतिशत था।
जुलाई से शुरू होगी बढ़ी हुई दर
अब महंगाई भत्ता 58 प्रतिशत होगा। इसका भुगतान जुलाई 2024 से शुरू हो जाएगा। केंद्र सरकार की ओर से इसकी आधिकारिक घोषणा अगस्त या सितंबर में की जा सकती है। उसके बाद, राज्य सरकारें भी अपने कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा करेंगी।
महंगाई से जूझ रहे कर्मचारियों के लिए राहत
महंगाई के कारण आम लोगों की जिंदगी मुश्किल हो गई है, खासकर सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए। इस बढ़ोतरी से उन्हें कुछ राहत मिलेगी, क्योंकि इसका असर उनके वेतन और पेंशन पर पड़ेगा। महंगाई भत्ता एक तरह से कर्मचारियों के लिए आर्थिक सुरक्षा होता है, जो महंगाई से उनके जीवन स्तर को थोड़ा बेहतर बनाता है।
भविष्य में और बढ़ोतरी की संभावना
इस बढ़ोतरी के बाद, कर्मचारियों को उम्मीद है कि महंगाई भत्ता और बढ़ सकता है, अगर महंगाई और बढ़ेगी। फिलहाल यह सिर्फ एक शुरुआती बढ़ोतरी है। आने वाले समय में इसे फिर से बढ़ाया जा सकता है। राज्य सरकारों के लिए भी यह चुनौती है कि वे इस बढ़ोतरी को लागू करें। केंद्र सरकार के बाद कई राज्य सरकारें भी इसे अपने कर्मचारियों के लिए लागू करती हैं।
कर्मचारियों के लिए फायदे की खबर
यह बढ़ोतरी सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक अच्छी खबर है। इससे उनके वेतन और पेंशन में बढ़ोतरी होगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। महंगाई भत्ते की यह बढ़ोतरी उन परिवारों के लिए भी सहायक होगी, जो महंगाई से जूझ रहे हैं।