News

राजस्थान पुलिस ग्राम रक्षक भर्ती 2025: 8वीं पास वालों के लिए सुनहरा मौका, जानें योग्यता और आवेदन प्रक्रिया

अगर आप सिर्फ 8वीं पास हैं, और सरकारी नौकरी की तलाश में हैं, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी! राजस्थान पुलिस ग्राम रक्षक भर्ती 2025 का नोटिफिकेशन आ गया है। सीमित सीटें, आसान योग्यता और सीधी भर्ती प्रक्रिया के साथ यह आपके करियर को नई उड़ान दे सकता है। जानें पूरी डिटेल और आवेदन की प्रक्रिया अभी!

By PMS News
Published on
राजस्थान पुलिस ग्राम रक्षक भर्ती 2025: 8वीं पास वालों के लिए सुनहरा मौका, जानें योग्यता और आवेदन प्रक्रिया
राजस्थान पुलिस ग्राम रक्षक भर्ती 2025: 8वीं पास वालों के लिए सुनहरा मौका, जानें योग्यता और आवेदन प्रक्रिया

राजस्थान में रहने वाले सभी जवान युवक के लिए एक बड़ी खुशखबरी क्योंकि अब पूरे राज्य में पुलिस ग्राम रक्षक स्वयंसेवकों की शुरू होगी भर्ती जो अगले दो सालो तक अपने-अपने गावों के ग्रामसभा में पुलिस के सहायक के रूप में सेवा देंगे। यह नई पहल राजस्थान पुलिस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और Community Policing को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इसके अलावा आपकी अधिक जानकारी के लिए बता दे कि योजना के अंतर्गत आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है, जिसके तहत सभी इक्छुक उम्मीदवार आवश्यक योग्यताओं को पूरा करने के बाद इसमें भाग ले सकते हैं।

ग्राम रक्षक योजना क्या है?

राजस्थान पुलिस अधिनियम, 2007 और राजस्थान पुलिस (संशोधन) अध्यादेश, 2020 के अंतर्गत यह भर्ती की जा रही है। इसके तहत चुने गए ग्राम रक्षक पूर्णतः अवैतनिक (Unpaid) होंगे, और अपने गांवों में पुलिस के साथ मिलकर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करेंगे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण जनता और पुलिस के बीच विश्वास एवं समन्वय को मजबूत करना है।

कौन कर सकता है आवेदन?

ग्राम रक्षक पद के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता आठवीं (8वीं) पास होनी चाहिए। इसके साथ ही, उम्मीदवार की आयु 40 वर्ष से कम और 55 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। पुलिस विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह आयु सीमा 1 जनवरी 2025 के आधार पर लागू होगी।

इस योजना के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण योग्यता यह भी है कि आवेदक उसी गांव का निवासी होना चाहिए, जहां वह ग्राम रक्षक के रूप में नियुक्त होना चाहता है। इसका मुख्य कारण यह है कि स्थानीय ग्रामीण ही अपनी बस्ती, लोगों और परिस्थितियों से बेहतर परिचित होता है और पुलिस के लिए ज्यादा कारगर सहायता बन सकता है।

क्या होगा ग्राम रक्षकों का कार्य?

चुने गए स्वयंसेवक दो साल के लिए पुलिस के सहायक के रूप में कार्य करेंगे। वे गांवों में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पुलिस को देंगे, सामाजिक विवादों को सुलझाने में मदद करेंगे और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहायता करेंगे। इसके अलावा वे पुलिस के साथ मिलकर विशेष अभियान, जैसे कि ड्रग्स, अवैध शराब या महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर जागरूकता फैलाने में भी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।

हालांकि यह पद अवैतनिक होगा, लेकिन इससे ग्राम रक्षकों को सामाजिक सम्मान और ग्रामीण समाज में प्रभावशाली भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।

पुलिस अधिकारियों ने क्या कहा?

पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कुमार शर्मा ने हाल ही में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक की। इस दौरान उन्होंने इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस की सक्रियता, जवाबदेही और संवेदनशीलता से राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाया जा सकता है।

पुलिस अधीक्षक एवं नोडल अधिकारी (Community Policing) पंकज चौधरी ने जानकारी दी कि यह पहल न केवल कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने में मदद करेगी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनता की पुलिस में विश्वास भी बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि यह कदम गांवों को सुरक्षित, संगठित और जागरूक समाज की ओर ले जाने में मील का पत्थर साबित होगा।

आवेदन प्रक्रिया की जानकारी जल्द

हालांकि अभी आवेदन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी और आवेदन की अंतिम तिथि की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन संभावना है कि राजस्थान पुलिस जल्द ही इसकी अधिसूचना (Notification) जारी करेगी। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे राजस्थान पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर समय-समय पर नजर बनाए रखें।

यह भर्ती राज्य में ग्रामीण सुरक्षा के साथ-साथ लोगों में सामुदायिक भागीदारी की भावना विकसित करने की दिशा में एक सशक्त पहल मानी जा रही है। अगर यह योजना सफल होती है, तो यह मॉडल अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है।

Leave a Comment