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भारत में पाकिस्तानी सिम कैसे करती है काम? जानिए किन जिलों में मिलता है नेटवर्क और क्यों है ये बड़ा खतरा

भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच सीमावर्ती भारतीय जिलों में पाकिस्तानी नेटवर्क की सक्रियता सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है। जैसलमेर, श्रीगंगानगर जैसे क्षेत्रों में पाकिस्तानी सिग्नल 3–4 किलोमीटर तक पहुंच रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय नियमों की अनदेखी कर पाकिस्तान भारत के नजदीक मोबाइल टावर बना रहा है, जिससे तस्करी और जासूसी जैसी गतिविधियाँ संभव हो रही हैं। भारत में इन सिमों का उपयोग अवैध है और प्रशासन इस पर सख्त है।

By PMS News
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भारत में पाकिस्तानी सिम कैसे करती है काम? जानिए किन जिलों में मिलता है नेटवर्क और क्यों है ये बड़ा खतरा
Pakistani SIM in India

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है और इस बीच सुरक्षा एजेंसियां भारत में पाकिस्तानी नेटवर्क को लेकर ज़्यादा सतर्क हो गई हैं। खासकर बॉर्डर के आसपास के इलाकों में पाकिस्तानी सिम कार्ड चालू होने की खबरें चिंता बढ़ा रही हैं। यह सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है कि भारत के कुछ जिलों में पाकिस्तान का मोबाइल नेटवर्क काम करता है। इससे यह सवाल उठता है कि कैसे एक देश के अंदर दूसरे देश का नेटवर्क पहुँच जाता है और भारत की सुरक्षा पर इसका क्या असर होता है।

किन जिलों में मिलता है पाकिस्तानी नेटवर्क

पाकिस्तान की सीमा से लगे भारत के कुछ शहरों में पाकिस्तान का मोबाइल नेटवर्क प्रवेश करता है। हाल ही में राजस्थान के जैसमेर जिले से रिपोर्ट आई कि वहां पाकिस्तानी नेटवर्क 3 से 4 किलोमीटर तक काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र में पाकिस्तानी लोकल सिम का उपयोग करके सीमा पार के लोग संवाद कर सकते हैं, जिससे तस्करी और जासूसी जैसी गतिविधियाँ आसान हो जाती हैं। जैसलमेर प्रशासन ने इन सिमों के उपयोग पर पूरी तरह रोक लगा दी है।

इसके अलावा अमृतसर, श्रीगंगानगर, संबा, कठुआ, जम्मू, राजौरी, पुंछ जैसे सीमावर्ती जिलों में भी पाकिस्तानी नेटवर्क के सिग्नल पकड़ में आए हैं। यह स्थिति भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए गहरी चिंता का विषय है, क्योंकि इन नेटवर्क का दुरुपयोग आतंकवादी और असामाजिक तत्वों द्वारा किया जा सकता है।

सीमा पार नेटवर्क कैसे पहुंचता है भारत में

एक आम सवाल यह है कि जब भारत और पाकिस्तान दो अलग-अलग देश हैं, तो पाकिस्तानी सिम भारत में कैसे काम करती है। इसका जवाब मिलता है अंतरराष्ट्रीय टेलीकॉम नियमों में। इन नियमों के अनुसार, किसी भी मोबाइल नेटवर्क का सिग्नल सीमा से 500 मीटर तक दूसरे देश में जा सकता है। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से बार-बार इन नियमों का उल्लंघन होता है।

IndiaTimes की एक रिपोर्ट बताती है कि पाकिस्तान जानबूझकर भारत की सीमाओं के करीब मोबाइल टावर स्थापित कर रहा है। TOI की 2012 की एक खबर में बताया गया था कि पाकिस्तान ने जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर और गंगानगर के आसपास टावर लगाए थे जिनके सिग्नल 15 से 20 किलोमीटर तक आ रहे थे। अब ये दायरा घटकर 3 से 4 किलोमीटर हो गया है, लेकिन खतरा बना हुआ है।

भारत में पाकिस्तानी सिम का उपयोग होने पर क्या होगा

भारत में पाकिस्तानी सिम कार्ड का उपयोग पूरी तरह अवैध है। अगर कोई व्यक्ति भारत में रहकर पाकिस्तानी नेटवर्क या सिम का उपयोग करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। भारतीय प्रशासन इस तरह की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है और जब भी इस तरह के मामले सामने आते हैं, तुरंत कार्यवाही की जाती है। सुरक्षा एजेंसियां सीमावर्ती इलाकों में इन सिग्नलों की मॉनिटरिंग करती हैं ताकि किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधि को रोका जा सके।

प्रश्न: क्या भारत में पाकिस्तानी सिम इस्तेमाल करना अवैध है?

हाँ, भारत में पाकिस्तानी सिम का उपयोग करना पूरी तरह प्रतिबंधित और गैरकानूनी है।

प्रश्न: किन भारतीय जिलों में पाकिस्तानी नेटवर्क सक्रिय है?

राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर, पंजाब के अमृतसर, श्रीगंगानगर, जम्मू-कश्मीर के संबा, कठुआ, पुंछ और राजौरी में पाकिस्तानी नेटवर्क देखे गए हैं।

प्रश्न: ये नेटवर्क भारत में कैसे पहुंचते हैं?

अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार सीमावर्ती इलाकों में सीमित दायरे में नेटवर्क आ सकता है, लेकिन पाकिस्तान जानबूझकर भारत के करीब मोबाइल टावर लगाकर इन नियमों का उल्लंघन करता है।

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