
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव (India Pakistan Tension) के बीच सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर तेज हो गया है। हाल ही में सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि देश में पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diesel) की भारी कमी हो गई है, जिसकी वजह से कई इलाकों में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें देखी जा रही हैं। अफवाहें यहां तक फैलाई जा रही हैं कि कुछ राज्यों में पेट्रोल-डीजल खत्म हो गया है और जल्द ही इसकी सप्लाई पूरी तरह से बाधित हो सकती है।
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हालांकि, इन अफवाहों के बीच देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (Indian Oil Corporation – IOCL) ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि देश में कहीं भी ईंधन की कोई कमी नहीं है। कंपनी ने लोगों से अपील की है कि घबराकर पेट्रोल-डीजल की खरीदारी करने से बचें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
इंडियन ऑयल का बयान: देश में ईंधन की कोई कमी नहीं
इंडियन ऑयल (Indian Oil) ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि कंपनी के पास पूरे देश में पर्याप्त मात्रा में पेट्रोल, डीजल और एलपीजी (LPG) का स्टॉक मौजूद है। सप्लाई लाइनें पूरी तरह सुचारू रूप से काम कर रही हैं और किसी भी इलाके में ईंधन की डिलीवरी में कोई रुकावट नहीं आई है।
IOCL ने अपने ग्राहकों से अपील करते हुए कहा, “हम आपसे निवेदन करते हैं कि पैनिक बाइंग यानी घबराकर ईंधन की जरूरत से ज्यादा खरीदारी न करें। इससे आपूर्ति तंत्र पर अनावश्यक दबाव पड़ता है और अनावश्यक भीड़ की वजह से सामान्य ग्राहकों को दिक्कत होती है। हमारे सभी आउटलेट्स पर ईंधन और रसोई गैस (एलपीजी) सामान्य रूप से उपलब्ध है।”
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अफवाहों से बाजार भी प्रभावित
भारत-पाकिस्तान तनाव (India Pakistan War News) का असर सिर्फ सोशल मीडिया तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका सीधा असर शेयर बाजार पर भी देखा गया। सप्ताह की शुरुआत में ही शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली और सेंसेक्स (Sensex) 600 अंकों से अधिक टूट गया। यह गिरावट इस तनाव और उससे जुड़ी अफवाहों के चलते निवेशकों के बीच पैदा हुई चिंता को दर्शाती है।
पैनिक बाइंग से हो सकती है अस्थाई दिक्कत
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि लोग अफवाहों के आधार पर ईंधन की आवश्यकता से अधिक खरीदारी करते हैं तो इससे स्थानीय स्तर पर कुछ समय के लिए अस्थाई कमी की स्थिति पैदा हो सकती है। हालांकि, यह स्थिति कृत्रिम होगी और इसका वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं होगा। ईंधन कंपनियों के पास न सिर्फ पर्याप्त स्टॉक है, बल्कि वे देश भर में सप्लाई को लेकर पूरी तरह सक्षम हैं।
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सरकार और कंपनियां निगरानी में जुटीं
देश की तेल कंपनियों के साथ-साथ केंद्र सरकार भी इस स्थिति पर निगरानी बनाए हुए है। अफवाह फैलाने वालों पर साइबर सेल की नजर है और गलत सूचनाएं फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा सकती है। मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि अभी तक किसी भी रिफाइनरी या डिपो से ऐसी कोई सूचना नहीं मिली है जिससे यह प्रतीत हो कि ईंधन की आपूर्ति में बाधा आ रही है।
ईंधन सेक्टर को लेकर लोगों की चिंता क्यों?
भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं का बड़ा हिस्सा अब भी पारंपरिक स्रोतों जैसे पेट्रोल-डीजल पर निर्भर है। हालांकि सरकार ने रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, लेकिन अभी भी भारत का एक बड़ा हिस्सा विशेष रूप से परिवहन और कृषि क्षेत्र में पारंपरिक ईंधन पर निर्भर करता है। ऐसे में किसी भी प्रकार की आपूर्ति बाधित होने की खबर लोगों के बीच घबराहट पैदा कर देती है।
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इंडियन ऑयल का भरोसा: आपूर्ति बनी रहेगी
इंडियन ऑयल ने एक बार फिर अपने बयान में दोहराया है कि कंपनी की आपूर्ति प्रणाली (Supply Chain) पूरे देश में सुचारू रूप से चल रही है। रिफाइनरी, डिपो और आउटलेट्स में स्टॉक की कोई कमी नहीं है और भविष्य में भी इसकी कोई आशंका नहीं है। कंपनी ने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं का सहयोग इस समय बेहद जरूरी है ताकि सभी तक ईंधन की समय पर आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।