News

ऐन वक्त पर रद्द हुआ राधा स्वामी सत्संग! संगत के लिए आई इमरजेंसी अपील क्या हो रहा है अंदर?

9 से 11 मई तक डेरा राधा स्वामी ब्यास में होने वाला विशाल सत्संग कार्यक्रम अचानक रद्द कर दिया गया है। श्रद्धालुओं और सेवादारों को तत्काल यात्रा रोकने का निर्देश जारी! क्या सीमा पर हालात इतने गंभीर हैं? जानें क्यों लिया गया यह बड़ा फैसला और क्या हो सकते हैं इसके भविष्य पर असर

By PMS News
Published on
ऐन वक्त पर रद्द हुआ राधा स्वामी सत्संग! संगत के लिए आई इमरजेंसी अपील क्या हो रहा है अंदर?
ऐन वक्त पर रद्द हुआ राधा स्वामी सत्संग! संगत के लिए आई इमरजेंसी अपील क्या हो रहा है अंदर?

भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव का असर अब धार्मिक आयोजनों पर भी दिखाई देने लगा है। डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास (Dera Radha Soami Satsang Beas) की ओर से आने वाले 9 मई से 11 मई 2025 तक होने वाले दूसरे भंडारे के तहत आयोजित सत्संग कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। यह निर्णय क्षेत्र में सुरक्षा कारणों और सामरिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

यह भी देखें: 2 Day Work Week: अब हफ्ते में सिर्फ 2 दिन काम! क्या सच में आ रहा है ऐसा क्रांतिकारी कानून? जानें लेटेस्ट अपडेट

9 से 11 मई तक सभी कार्यक्रम स्थगित, संगत को यात्रा से रोका गया

डेरा ब्यास प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, 9 और 10 मई को होने वाला सवाल-जवाब कार्यक्रम और 11 मई को प्रस्तावित मुख्य सत्संग अब नहीं होंगे। इस निर्णय की जानकारी देते हुए संगत (श्रद्धालुओं) से आग्रह किया गया है कि वे इस सूचना को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं ताकि कोई भी व्यक्ति ब्यास की ओर यात्रा न करे।

सेवादारों को भी तत्काल प्रभाव से अपने स्थान पर रुकने के निर्देश

सिर्फ श्रद्धालुओं को ही नहीं, बल्कि उन सेवादारों (volunteers) को भी तत्काल रोकने के निर्देश जारी किए गए हैं, जो इस भंडारे में सेवा देने के उद्देश्य से डेरा ब्यास की ओर रवाना हो रहे थे। सेवादारों से कहा गया है कि वे तत्काल अपने-अपने स्थान पर ही रुकें और आगे के निर्देशों की प्रतीक्षा करें।

सुरक्षा कारणों से लिया गया है निर्णय

सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनावपूर्ण हालात के मद्देनजर लिया गया है। हाल के दिनों में सीमा पर गतिविधियां तेज हुई हैं और सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे को टालने के लिए अलर्ट मोड में हैं। डेरा ब्यास जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, ऐसे में किसी भी स्थिति से निपटने के लिए यह एहतियातन कदम उठाया गया है।

यह भी देखें: Army Rules India: क्या फौजी जंग लड़ने से कर सकते हैं इनकार? जानिए भारतीय सेना का कानून, नियम

प्रशासन की अपील: संयम बनाए रखें, अफवाहों से बचें

डेरा ब्यास की तरफ से साफ तौर पर यह भी कहा गया है कि संगत संयम बनाए रखे और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दे। केवल आधिकारिक सूचना (official communication) पर ही विश्वास करें और जब तक नई जानकारी सामने न आए, तब तक ब्यास की ओर यात्रा की योजना को स्थगित रखें।

डेरा ब्यास के सत्संग का महत्व

डेरा राधा स्वामी सत्संग ब्यास भारत के सबसे बड़े आध्यात्मिक और धार्मिक संस्थानों में से एक है। यहां हर वर्ष लाखों श्रद्धालु सत्संग, सेवा और आध्यात्मिक साधना के लिए एकत्र होते हैं। मई और नवंबर में दो मुख्य भंडारे आयोजित किए जाते हैं, जिनमें लाखों लोगों की भागीदारी होती है। ऐसे में इन आयोजनों को रद्द करना एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जिसे हल्के में नहीं लिया जा सकता।

पहली बार नहीं है ऐसा निर्णय

यह पहली बार नहीं है जब डेरा ब्यास ने सत्संग या भंडारे को रद्द किया हो। पहले भी महामारी (COVID-19), प्राकृतिक आपदाओं या अन्य सुरक्षा कारणों के चलते इस प्रकार के निर्णय लिए जा चुके हैं। लेकिन इस बार की रद्दीकरण की वजह भारत-पाक तनाव (India-Pakistan tension) है, जो एक भिन्न परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत करता है।

यह भी देखें: Wheat Storage Tips: 5 साल तक गेहूं को स्टोर करें बिना कीड़ों और बदबू के! अपनाएं ये देसी ट्रिक, किसान जरूर जानें

श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया और विभिन्न माध्यमों से श्रद्धालु अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अधिकांश श्रद्धालु इस निर्णय को समझदारी भरा और समयानुकूल बता रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि इस निर्णय से लाखों की भीड़ को संभावित खतरे से बचाया जा सकता है।

Leave a Comment