
पंजाब और राजस्थान में बढ़ते सीमा तनाव के बीच पुलिस और प्रशासन ने अपने कड़े कदम उठाए हैं। 7 मई से पंजाब पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं, साथ ही राजस्थान में भी पाकिस्तान से लगी सीमाओं के आसपास तैनात सभी प्रशासनिक और पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। प्रशासनिक कारणों से यह कदम उठाए गए हैं, और भविष्य में भी छुट्टियां केवल सक्षम अधिकारियों की मंजूरी से दी जाएंगी। यह कदम पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करने वाले दोनों राज्यों में सुरक्षा को लेकर बढ़ते खतरे और आतंकी हमलों की आशंका के मद्देनजर उठाया गया है।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच सुरक्षा व्यवस्था सख्त
भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल ही में भारतीय सैनिकों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर हमले के बाद तनाव काफी बढ़ गया है। इन हमलों के जवाब में पाकिस्तान की ओर से लगातार सीमा पार फायरिंग हो रही है, जिसके कारण पंजाब और राजस्थान में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों को मिसाइल से नष्ट कर दिया था। इसके बाद से सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा कड़ी, स्कूल बंद किए गए
पंजाब के 6 जिलों – पठानकोट, फाजिल्का, अमृतसर, फिरोजपुर, गुरदासपुर और तरनतारन – में सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। इसके अलावा, पंजाब के जिलाधिकारी गुरदासपुर ने 9 बजे रात से सुबह 5 बजे तक जिले में पूरी तरह से ब्लैकआउट का आदेश दिया है, जिससे सुरक्षा की स्थिति को और भी कड़ा किया जा सके। पंजाब सरकार ने सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को भी रद्द कर दिया है।
राजस्थान में भी पाकिस्तान से लगते 4 जिलों – जैसलमेर, श्रीगंगानगर, बीकानेर और बाड़मेर – में सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। राज्य प्रशासन ने इन जिलों में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से मजबूत किया है।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार और अधिकारियों की सतर्कता
राजस्थान और पंजाब के अधिकारियों ने राज्यभर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। पंजाब के मंत्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पंजाब की सीमा पाकिस्तान से 532 किलोमीटर लंबी है, और सैन्य तनाव के दौरान राज्य का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने हाई अलर्ट की स्थिति में काम करने के निर्देश दिए हैं और सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। राजस्थान के अधिकारियों ने भी राज्यभर में सुरक्षा को और भी मजबूत किया है और सभी प्रशासनिक अधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया है।