केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने CTET 2024 परीक्षा का रिजल्ट और कट ऑफ मार्क्स जारी कर दिए हैं। उम्मीदवार जो इस परीक्षा में शामिल हुए थे, वे आधिकारिक वेबसाइट ctet.nic.in पर जाकर अपने रिजल्ट और कट ऑफ स्कोर चेक कर सकते हैं। रिजल्ट चेक करने के लिए उम्मीदवारों को अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड दर्ज करना होगा।
CTET परीक्षा क्वालीफाइंग नेचर की होती है और इसमें कट-ऑफ मार्क्स पासिंग स्कोर के लिए निर्धारित न्यूनतम प्रतिशत को दर्शाते हैं। इस वर्ष CTET के कट ऑफ मार्क्स में परीक्षा के डिफिकल्टी लेवल और उम्मीदवारों की संख्या का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
जनरल कैटेगरी के लिए CTET कट-ऑफ 2024
CBSE ने इस बार CTET 2024 के लिए जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम पासिंग मार्क्स 150 में से 90 निर्धारित किए हैं। यह 60% का पासिंग प्रतिशत है। इसका मतलब है कि जो उम्मीदवार 90 या उससे ज्यादा अंक हासिल करेंगे, वे CTET परीक्षा में पास माने जाएंगे और आगे की प्रक्रिया के लिए पात्र होंगे।
ओबीसी/एससी/एसटी कैटेगरी के लिए CTET कट-ऑफ 2024
रिजर्व कैटेगरी जैसे ओबीसी, एससी, एसटी और अन्य उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ मार्क्स 55% तय किए गए हैं। इसका अर्थ है कि इन कैटेगरी के उम्मीदवारों को परीक्षा में न्यूनतम 82 अंक (150 में से) प्राप्त करने होंगे। ये मार्क्स टीचर के पद के लिए पात्रता सुनिश्चित करते हैं।
कैटेगरी-वाइज CTET पासिंग मार्क्स 2024
CTET क्वालीफाइंग मार्क्स कैटेगरी के अनुसार अलग-अलग होते हैं।
- जनरल कैटेगरी: न्यूनतम 60% यानी 150 में से 90 अंक।
- रिजर्व कैटेगरी (OBC/SC/ST/PwD): न्यूनतम 55% यानी 150 में से 82 अंक।
यह कट-ऑफ मार्क्स परीक्षा के लेवल और उम्मीदवारों की संख्या पर निर्भर करते हैं।
CTET परीक्षा 2024: पासिंग पर्सेंटेज
- जनरल कैटेगरी: परीक्षा पास करने के लिए न्यूनतम 60% की आवश्यकता होती है।
- SC/ST/OBC/PwD: इन कैटेगरी के उम्मीदवारों को न्यूनतम 55% मार्क्स प्राप्त करने होंगे।
CTET परीक्षा का उद्देश्य शिक्षक पात्रता को सुनिश्चित करना है, और यह प्रक्रिया कट-ऑफ मार्क्स के माध्यम से पूरी होती है।
CTET रिजल्ट चेक करने का तरीका
- ctet.nic.in वेबसाइट पर जाएं।
- होमपेज पर CTET रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड दर्ज करें।
- सबमिट करने के बाद आपका रिजल्ट स्क्रीन पर प्रदर्शित होगा।
CTET कट ऑफ: अन्य कारक जो प्रभावित करते हैं
CBSE द्वारा निर्धारित कट ऑफ मार्क्स परीक्षा के कठिनाई स्तर, कुल उपस्थित उम्मीदवारों की संख्या और पदों की उपलब्धता जैसे कारकों पर निर्भर करते हैं।