इस सप्ताह सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखी गई, जिससे बाजार में निवेशकों के मुनाफा कमाने के फैसले ने अहम भूमिका निभाई। ग्लोबल मार्केट (Global Gold Market) में स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.1% गिरकर $2,659.39 प्रति औंस पर आ गई है। इसके विपरीत, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स (US Gold Futures) में 0.2% की वृद्धि दर्ज की गई, जिससे यह $2,678 प्रति औंस तक पहुंच गया।
वैश्विक बाजार रुझान और सोने की कीमतों पर असर
सोने की कीमतों में गिरावट के बावजूद, बाजार में कुछ ऐसे कारक सक्रिय रहे जो आगे चलकर सोने की मांग को प्रभावित कर सकते हैं। कमजोर अमेरिकी रोजगार डेटा (US Employment Data) ने यह संकेत दिया कि फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) इस वर्ष ब्याज दरें बढ़ाने की गति को धीमा कर सकता है। यह संकेत निवेशकों के लिए राहत की खबर है क्योंकि ब्याज दरें घटने से सोने की मांग में तेजी आ सकती है।
इसके साथ ही, चीन के केंद्रीय बैंक ने अपने सोने के भंडार में वृद्धि की घोषणा की। यह लगातार दूसरा महीना है जब चीन ने अपने भंडार में इजाफा किया है। अब यह भंडार 73.29 मिलियन फाइन ट्रॉय औंस तक पहुंच गया है। यह कदम सोने की मांग में सुधार का संकेत देता है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता बढ़ रही है।
महंगाई और मौद्रिक नीतियों का प्रभाव
फेडरल रिजर्व की हालिया बैठक में जारी किए गए मिनट्स से यह स्पष्ट हुआ कि महंगाई दर (Inflation Rates) अभी भी नीति-निर्माताओं के लिए प्रमुख चिंता का विषय है। लगातार बढ़ती महंगाई और व्यापारिक नीतियों में संभावित बदलाव ब्याज दरों में कटौती को धीमा कर सकते हैं।
इसके अलावा, मौजूदा आर्थिक परिदृश्य में सोना एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven Asset) बना हुआ है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, फिजिकली-बैक्ड गोल्ड ईटीएफ (Physically-Backed Gold ETFs) ने चार वर्षों में पहली बार निवेश में वृद्धि दर्ज की है। यह सोने के प्रति निवेशकों के बढ़ते रुझान को दर्शाता है।
2025 तक सोने की कीमतों का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि 2025 तक सोने की कीमतों में मौजूदा तेजी बनी रह सकती है, लेकिन साल के अंत तक इसमें हल्की गिरावट का अनुमान है। सोने के बाजार में वैश्विक घटनाक्रम, जैसे कि चीन की भंडारण नीति और फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति, इसके प्रमुख निर्धारक हो सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में किसी प्रकार की अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने की कीमतें ऊपर जा सकती हैं। हालांकि, अगर महंगाई और ब्याज दरों पर नियंत्रण पा लिया जाता है, तो सोने की कीमतें स्थिर रह सकती हैं।
इस हफ्ते के बाजार में प्रमुख घटनाक्रम
- ग्लोबल मार्केट में स्पॉट गोल्ड की कीमत $2,659.39 प्रति औंस तक गिरी।
- अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 0.2% बढ़कर $2,678 प्रति औंस तक पहुंचा।
- चीन ने लगातार दूसरे महीने सोने के भंडार में वृद्धि की।
- फेडरल रिजर्व की बैठक में महंगाई और ब्याज दर पर गहन चर्चा हुई।
- फिजिकली-बैक्ड गोल्ड ईटीएफ में चार साल के बाद पहली बार निवेश बढ़ा।
बाजार में निवेशकों के लिए सलाह
अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय वैश्विक घटनाक्रमों पर नजर रखने का है। चीन की भंडारण नीतियों और अमेरिकी रोजगार डेटा पर आधारित निवेश रणनीति अपनाना बेहतर रहेगा। लंबे समय में सोना अभी भी सुरक्षित निवेश के रूप में जाना जाता है।