बिहार में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाली छात्राओं के लिए एक शानदार खबर आई है। राज्य सरकार की ओर से मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना के तहत 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि जल्द ही उनके खातों में भेजी जाएगी। यह योजना छात्राओं को उच्च शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में सभी विश्वविद्यालयों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं।
इस साल 71,354 छात्राओं ने पाई सफलता
बिहार के विश्वविद्यालयों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुल 71,354 छात्राओं ने इस साल स्नातक परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। इनमें से 54,864 छात्राओं के आवेदन का सत्यापन हो चुका है और उनके खातों में शीघ्र ही 50,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि भेजी जाएगी। शेष 16,490 छात्राओं के आवेदन का सत्यापन अभी जारी है, और उनके सत्यापन के बाद यह राशि दी जाएगी।
आवेदन और दस्तावेज़ जमा करने की प्रक्रिया
शिक्षा विभाग ने यह भी सुनिश्चित किया है कि जिन छात्राओं के आवेदन किसी कारणवश विभागीय पोर्टल पर अपलोड नहीं हो पाए हैं, उन्हें जल्द से जल्द आवेदन अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए एक सप्ताह की समय सीमा निर्धारित की गई है। आवेदन के साथ निम्नलिखित दस्तावेजों का अपलोड होना अनिवार्य है:
- मोबाइल नंबर
- पंजीयन प्रपत्र की छायाप्रति
- स्नातक तृतीय खंड का प्रवेश पत्र
- आधार कार्ड की छायाप्रति
- बैंक खाते की छायाप्रति
- माध्यमिक शिक्षा का अंक पत्र
प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य
मुख्यमंत्री बालिका स्नातक प्रोत्साहन योजना का उद्देश्य छात्राओं को उच्च शिक्षा के प्रति प्रेरित करना और उनकी आर्थिक समस्याओं को दूर करना है। इसके तहत स्नातक पास होने पर छात्राओं को 50,000 रुपये की राशि दी जाती है। इसके अलावा, इंटरमीडिएट पास छात्राओं को भी 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
सभी पात्र छात्राओं को मिलेगा लाभ
बिहार शिक्षा विभाग के उच्च शिक्षा निदेशक, डॉ. रेखा कुमारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी योग्य छात्रा को इस योजना के तहत प्रोत्साहन राशि से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। यदि किसी छात्रा को लाभ नहीं मिलता है, तो संबंधित विश्वविद्यालय के अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि सभी पात्र छात्राओं को समय पर प्रोत्साहन राशि मिले और उनकी पढ़ाई में किसी तरह की आर्थिक बाधा न आए।
यह योजना बिहार सरकार की एक प्रमुख पहल है, जो राज्य की छात्राओं को उच्च शिक्षा में प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। इस कदम से छात्राओं को अपनी पढ़ाई जारी रखने में आर्थिक सहायता मिलेगी और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।