केंद्र सरकार ने देर रात पांच राज्यों के राज्यपालों में बदलाव करने का ऐलान किया है। इस बदलाव से भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है, खासकर उन राज्यों में जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस कदम के तहत ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास को इस्तीफा देने का आदेश दिया गया, और उनकी जगह मिजोरम के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू को ओडिशा का नया राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इसी तरह, बिहार, मणिपुर और केरल में भी नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई है।
राष्ट्रपति भवन की ओर से मंगलवार को जारी की गई आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अब बिहार से हटाकर उनके स्थान पर राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरल का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। मणिपुर का राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को नियुक्त किया गया है, जो पूर्व केंद्रीय गृह सचिव रहे हैं। यह नियुक्ति ऐसे समय में की गई है जब मणिपुर जातीय हिंसा से जूझ रहा है, और इस राज्य में शांति बहाली के प्रयासों को लेकर उनके कार्यकाल को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नए राज्यपालों की नियुक्ति और प्रभाव
नए राज्यपालों की नियुक्ति का फैसला सरकार ने चुनावी दृष्टिकोण से भी लिया है, खासकर उन राज्यों में जहां विधानसभा चुनाव जल्द ही होने वाले हैं। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आरिफ मोहम्मद खान को नए राज्यपाल के रूप में भेजा गया है, जबकि मणिपुर में अजय कुमार भल्ला की नियुक्ति को स्थानीय परिस्थितियों के मद्देनजर सराहा जा रहा है।
अजय कुमार भल्ला, जो पहले केंद्रीय गृह सचिव रह चुके हैं, मणिपुर के राज्यपाल के रूप में लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का स्थान लेंगे। आचार्य ने 31 जुलाई, 2024 को मणिपुर के राज्यपाल का पदभार संभाला था, लेकिन राज्य में बढ़ते जातीय संघर्ष और हिंसा के कारण उनकी नियुक्ति विवादों में आ गई थी। इस बदलाव से यह संकेत मिलता है कि केंद्र सरकार मणिपुर की स्थिति में सुधार लाने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए तैयार है।
केंद्र सरकार का तात्कालिक कदम
रघुबर दास के इस्तीफे के बाद ओडिशा के राज्यपाल का पद डॉ. हरि बाबू कंभमपति को सौंपा गया है। डॉ. बाबू का नाम लंबे समय से इस पद के लिए चर्चा में था, और अब वे ओडिशा में राज्यपाल के रूप में अपनी जिम्मेदारियां संभालेंगे। उनका कार्यकाल ओडिशा में विकास और शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।