नए साल 2025 के साथ भारतीय रेलवे ने अपने नए टाइम टेबल को लागू कर दिया है, जिससे मुसाफिरों को बेहतर अनुभव मिलेगा। यूपी सहित अन्य राज्यों के रेलवे स्टेशनों पर ट्रेनों के रुकने का समय बढ़ा दिया गया है, जिससे यात्रियों को चढ़ने और उतरने में आसानी होगी। यह बदलाव रेलवे की अमृत भारत योजना और वंदे भारत ट्रेन के बढ़ते महत्व के मद्देनज़र किया गया है।
रेलवे के अनुसार, समय सारिणी में ये बदलाव ट्रेनों के संचालन को और कुशल बनाने के लिए किए गए हैं। पहले इसे अक्टूबर 2024 से लागू करने की योजना थी, लेकिन अब यह 1 जनवरी 2025 से प्रभावी हुआ है।
नए बदलाव
लक्सर, रुड़की, हरिद्वार, नजीबाबाद, मुरादाबाद, बरेली, चंदौसी, डिबाई, शाहजहांपुर, गजरौला और हापुड़ जैसे प्रमुख स्टेशनों पर ट्रेनों के रुकने का समय आठ मिनट से बढ़ाकर दस मिनट कर दिया गया है। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी आदित्य गुप्ता ने बताया कि रेलवे के ट्रैक और सिग्नल सिस्टम में सुधार के कारण यह संभव हुआ है। इससे ट्रेनों की औसत रफ्तार बढ़ी है, और बचा हुआ समय यात्रियों की सुविधा के लिए लगाया गया है।
प्रमुख ट्रेनों के लिए बढ़ा समय
रेलवे ने कई प्रमुख ट्रेनों के रुकने का समय बढ़ाया है। इनमें शामिल हैं:
- जलियांवाला बाग एक्सप्रेस (टाटानगर-अमृतसर)
- कुंभ एक्सप्रेस (हावड़ा-देहरादून)
- नौचंदी एक्सप्रेस (प्रयागराज-सहारनपुर)
- गरीब रथ एक्सप्रेस (काठगोदाम-जम्मूतवी)
- अर्चना एक्सप्रेस (जम्मूतवी-पटना)
- उपासना एक्सप्रेस (हावड़ा-देहरादून)
इन बदलावों के बावजूद ट्रेनों के कुल यात्रा समय में कोई वृद्धि नहीं हुई है।
आधुनिक तकनीक से रेलवे में सुधार
रेलवे के सिग्नलिंग और ट्रैक अपग्रेडेशन ने ट्रेनों की गति को बढ़ाने में मदद की है। यह न केवल संचालन में सुधार करता है, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को भी प्राथमिकता देता है। रेलवे का यह कदम यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।