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CKYC Card: बार-बार KYC का झंझट खत्म! CKYC कार्ड से सबकुछ होगा आसान, जानें कैसे बनवाएं

CKYC सिस्टम ने KYC प्रक्रिया को केंद्रीकृत और सरल बनाकर वित्तीय क्षेत्र में एक बड़ा सुधार किया है। CKYC नंबर के माध्यम से ग्राहक तेजी से सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं और दस्तावेज़ी प्रक्रिया की बाधाओं को पार कर सकते हैं।

By PMS News
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CKYC Card: बार-बार KYC का झंझट खत्म! CKYC कार्ड से सबकुछ होगा आसान, जानें कैसे बनवाएं
CKYC Card

सेंट्रल केवाईसी (CKYC) प्रणाली ने वित्तीय संस्थानों में Know Your Customer (KYC) प्रक्रिया को आसान और कुशल बनाने के लिए एक नई दिशा दी है। CKYC प्रणाली का उद्देश्य ग्राहकों को बार-बार दस्तावेज़ जमा करने की परेशानी से बचाते हुए एक केंद्रीकृत प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराना है। CKYC नंबर के जरिए ग्राहक विभिन्न वित्तीय सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं, जिससे उनकी प्रक्रिया तेज़, सुरक्षित और सुविधाजनक हो जाती है।

सेंट्रल केवाईसी (CKYC) क्या होता है?

सेंट्रल केवाईसी (CKYC) एक केंद्रीकृत प्रणाली है, जिसे भारत सरकार ने वित्तीय लेन-देन में ग्राहकों की पहचान प्रक्रिया को सरल और कुशल बनाने के लिए शुरू किया है। CKYC का उद्देश्य ग्राहकों को बार-बार अपनी KYC (Know Your Customer) प्रक्रिया पूरी करने की आवश्यकता से बचाना है। यह प्रणाली एक केंद्रीकृत डेटाबेस के माध्यम से काम करती है, जिसे CERSAI (Central Registry of Securitisation and Asset Reconstruction) द्वारा प्रबंधित किया जाता है।

CKYC के तहत, एक बार ग्राहक के दस्तावेज़ और विवरण सत्यापित हो जाते हैं, तो उन्हें एक यूनिक CKYC नंबर (14 अंकों का KYC Identification Number या KIN) प्रदान किया जाता है। यह नंबर सभी वित्तीय संस्थानों जैसे बैंक, बीमा कंपनियों, म्यूचुअल फंड हाउस आदि में मान्य होता है।

CKYC के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

ग्राहकों को CKYC फॉर्म किसी भी भागीदार वित्तीय संस्थान या केवाईसी रजिस्ट्रेशन एजेंसी (KRA) से प्राप्त करना होगा।

आवश्यक दस्तावेज़ जमा करें

रजिस्ट्रेशन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरूरत होती है:

  • पहचान प्रमाण (Proof of Identity): आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या वोटर आईडी।
  • पता प्रमाण (Proof of Address): बिजली का बिल, किरायानामा, या सरकारी दस्तावेज़ जिसमें पता हो।
  • फोटोग्राफ: पासपोर्ट आकार की रंगीन फोटो।

वेरिफिकेशन प्रक्रिया

सभी दस्तावेज़ों का सत्यापन वित्तीय संस्थान या KRA द्वारा किया जाता है। यह सत्यापन व्यक्तिगत रूप से (In-Person Verification) या डिजिटल माध्यम से (eKYC) किया जा सकता है।

यूनिक CKYC नंबर प्राप्त करें

सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, ग्राहक को 14 अंकों का CKYC नंबर (KIN) ईमेल या एसएमएस के जरिए भेजा जाता है। यह नंबर भविष्य में वित्तीय सेवाओं में आवश्यक होता है।

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CKYC के मुख्य फायदे

  • बार-बार KYC से छुटकारा

एक बार CKYC पंजीकरण होने के बाद, ग्राहकों को अलग-अलग वित्तीय संस्थानों के लिए KYC प्रक्रिया बार-बार पूरी करने की आवश्यकता नहीं होती।

  • केंद्रीकृत डेटाबेस

CKYC प्रणाली के जरिए CERSAI (Central Registry of Securitisation and Asset Reconstruction) द्वारा एक सेंट्रल डेटाबेस तैयार किया जाता है। इससे वित्तीय संस्थान ग्राहकों की जानकारी को आसानी से सत्यापित कर सकते हैं।

  • जानकारी का आसान अपडेट

CKYC के माध्यम से ग्राहक अपनी जानकारी कभी भी अपडेट कर सकते हैं। इसके लिए नई प्रक्रिया शुरू करने की आवश्यकता नहीं होती।

  • तेज़ लेन-देन

CKYC प्रक्रिया से कागजी कार्यवाही और सत्यापन का समय कम हो जाता है, जिससे लेन-देन और ऑनबोर्डिंग तेज़ी से पूरी होती है।

CKYC का ऑफिसियल लिंक- यहां क्लिक करें

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