भारतीय रेलवे हमेशा से यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने और यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रयासरत रहा है। इसी कड़ी में वर्ष 2016 में एक अनूठी पहल की गई, जिसका नाम है ‘विकल्प स्कीम’ (Vikalp Scheme)। यह योजना विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए है, जिन्हें उनकी मूल ट्रेन में कन्फर्म सीट नहीं मिल पाती। विकल्प स्कीम वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को उसी मार्ग पर चलने वाली दूसरी ट्रेनों में कन्फर्म सीट प्रदान करने का अवसर देती है।
वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान, इस योजना के तहत 57,200 से अधिक यात्रियों को दूसरी ट्रेनों में वैकल्पिक सीट प्रदान की गई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह योजना न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाती है, बल्कि उपलब्ध सीटों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करती है।
विकल्प स्कीम कैसे काम करती है यह योजना?
विकल्प स्कीम का उद्देश्य यात्रियों की उन परेशानियों को हल करना है, जो वेटिंग लिस्ट वाले टिकट से उत्पन्न होती हैं। जब कोई यात्री अपनी यात्रा के लिए टिकट बुक करता है और उसे वेटिंग टिकट मिलता है, तो वह इस योजना का लाभ उठा सकता है। इस योजना के तहत, यात्री को उसकी मूल ट्रेन में सीट कन्फर्म नहीं होने पर उसी रूट की दूसरी ट्रेन में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
इस प्रक्रिया में प्रमुख बातें
- यात्री को टिकट बुकिंग के समय विकल्प स्कीम को चुनना होता है।
- यदि यात्री का मूल ट्रेन में टिकट कन्फर्म नहीं होता, तो सिस्टम स्वतः वैकल्पिक ट्रेन में उपलब्ध सीट को अलॉट करने की कोशिश करता है।
- हालांकि, यह गारंटी नहीं है कि हर यात्री को दूसरी ट्रेन में कन्फर्म सीट मिल ही जाएगी, लेकिन इससे संभावना अवश्य बढ़ जाती है।
विकल्प स्कीम की प्रमुख विशेषताएं
- यह योजना यात्रियों के लिए बेहद सुविधाजनक है, क्योंकि वेटिंग टिकट के कारण यात्रा की अनिश्चितता समाप्त होती है।
- रेलवे के लिए यह योजना खाली सीटों के उपयोग को अधिकतम करने में मददगार साबित हुई है। कन्फर्म टिकट कैंसिल होने पर जो सीटें खाली हो जाती हैं, उन्हें वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए आवंटित किया जा सकता है।
- विकल्प स्कीम भारतीय रेलवे की सभी ट्रेनों और मार्गों पर लागू है। चाहे आप मेट्रो सिटी के बीच यात्रा कर रहे हों या किसी सुदूर क्षेत्र में, इस योजना का लाभ हर जगह लिया जा सकता है।
- त्योहारों और छुट्टियों के दौरान रेलवे विशेष ट्रेनें संचालित करता है। ऐसे समय पर विकल्प योजना और भी ज्यादा उपयोगी हो जाती है, क्योंकि यात्रियों की मांग बढ़ जाती है।
विकल्प स्कीम की सफलता
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान इस योजना का उपयोग करते हुए 57,200 यात्रियों को वैकल्पिक सीटें प्रदान की गईं। यह आंकड़ा इस योजना की सफलता को दर्शाता है।
उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे प्रतीक्षा सूची के आंकड़ों का नियमित रूप से विश्लेषण करता है और उच्च मांग वाले मार्गों पर इस योजना के विस्तार की योजना बना रहा है। इससे यात्रियों को और अधिक लाभ मिलेगा और उनकी यात्रा की योजना बनाना आसान हो जाएगा।
विकल्प स्कीम के फायदे और यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
इस योजना के लाभ
- वेटिंग टिकट के बावजूद यात्रा का कन्फर्मेशन संभव हो सकता है।
- यात्री की यात्रा में किसी तरह की अनिश्चितता नहीं रहती।
- यात्रियों के समय और पैसे की बचत होती है।
ध्यान देने योग्य बातें
- विकल्प योजना का चयन केवल टिकट बुकिंग के समय किया जा सकता है।
- योजना के तहत सीटों का आवंटन उपलब्धता के आधार पर होता है।
- यात्रियों को विकल्प स्कीम के तहत कन्फर्म सीट मिलने की गारंटी नहीं होती, लेकिन इससे संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।