उत्तर भारत में दिसंबर के अंतिम सप्ताह में कड़ाके की ठंड का असर जारी है। शीतलहर और घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। ऐसे में कई राज्यों ने स्कूलों के समय में बदलाव और शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब और जम्मू-कश्मीर ने इस संबंध में कदम उठाए हैं। वहीं, बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में भी विशेष निर्णय लिए गए हैं।
मध्य प्रदेश में शीतकालीन अवकाश की तारीखें
मध्य प्रदेश में शीतलहर और ठंड को देखते हुए 31 दिसंबर 2024 से 4 जनवरी 2025 तक स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया है। इसके साथ ही, 5 जनवरी रविवार को छुट्टी होने के कारण स्कूल अब 6 जनवरी से पुनः शुरू होंगे। राज्य सरकार ने यह निर्णय बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए लिया है।
पंजाब में सर्दियों की छुट्टियां
पंजाब सरकार ने भी सर्दियों की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। यहां के स्कूल 24 दिसंबर 2024 से 31 दिसंबर 2024 तक बंद रहेंगे। 1 जनवरी 2025 से सभी स्कूल नियमित समय के अनुसार संचालित होंगे।
छत्तीसगढ़: सरकारी और केंद्रीय विद्यालयों के लिए अलग-अलग शेड्यूल
छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों के लिए 23 दिसंबर से 28 दिसंबर तक 6 दिनों की छुट्टी घोषित की गई है। इसके अलावा, रायपुर संभाग के केंद्रीय विद्यालयों में 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक अवकाश रहेगा। इस निर्णय का उद्देश्य विद्यार्थियों को ठंड से बचाव और आराम प्रदान करना है।
जम्मू-कश्मीर में सबसे लंबी छुट्टियां
जम्मू-कश्मीर में सर्दियों की ठंड को देखते हुए कक्षा 5 तक के स्कूल 10 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक बंद रहेंगे। वहीं, कक्षा 6 से 12 तक के लिए यह छुट्टियां 16 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक लागू रहेंगी। इस क्षेत्र में भारी बर्फबारी और शीतलहर को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
प्रदूषण के कारण ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में विशेष कदम
ठंड के साथ-साथ प्रदूषण की गंभीर समस्या को देखते हुए ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में कक्षा 5 तक के सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। वहीं, कक्षा 6 से 9 तक की कक्षाएं हाईब्रिड मोड में संचालित की जा रही हैं। जबकि, 10वीं और 12वीं की कक्षाएं नियमित रूप से चल रही हैं।
इन राज्यों में छुट्टियों का अभी इंतजार
दिल्ली में अब तक सर्दियों की छुट्टियों की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, अनुमान है कि जनवरी के पहले सप्ताह से लेकर 15 जनवरी तक स्कूलों में शीतकालीन अवकाश रहेगा। इसी तरह, हरियाणा, राजस्थान और बिहार में भी अब तक छुट्टियों की घोषणा नहीं की गई है।
राज्यों की सतर्कता और छात्रों की सुरक्षा प्राथमिकता
उत्तर भारत में ठंड और शीतलहर का असर गंभीर होता जा रहा है। इसे ध्यान में रखते हुए राज्य सरकारें बच्चों की सुरक्षा के लिए एहतियाती कदम उठा रही हैं। सर्दियों की छुट्टियां न केवल ठंड से बचाव का जरिया हैं, बल्कि बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी पढ़ाई को संतुलित करने का एक महत्वपूर्ण उपाय भी हैं।