राजस्थान में School Holiday का हर वर्ष की तरह छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को बेसब्री से इंतजार रहता है। इस वर्ष भी शीतकालीन अवकाश की आधिकारिक घोषणा की गई है, लेकिन इसमें कुछ असमंजस की स्थिति बनी हुई है। छुट्टियाँ 25 दिसंबर से शुरू होकर 5 जनवरी तक जारी रहेंगी, जिसमें कुल 11 दिनों का अवकाश शामिल है। हालांकि, सर्दी के बढ़ते प्रकोप के चलते इस अवधि में विस्तार की संभावना जताई जा रही है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के अनुसार, तापमान में गिरावट को देखते हुए अवकाश को कुछ और दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है।
शीतकालीन अवकाश का निर्णय और इसका प्रभाव
पिछले कुछ वर्षों में राजस्थान में सर्दियों के मौसम में बदलाव देखा गया है। School Holiday in Rajasthan अक्सर अत्यधिक ठंड के चलते बढ़ाए गए हैं ताकि छात्रों की सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। इस वर्ष भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में गिरते तापमान को लेकर अवकाश अवधि के विस्तार की चर्चाएँ तेज हो रही हैं। हालांकि अभी तक इस पर आधिकारिक निर्णय आना बाकी है, लेकिन मौखिक रूप से शिक्षा विभाग के अधिकारी इसके संकेत दे चुके हैं।
25 दिसंबर
25 दिसंबर, जो कि Christmas के अवसर पर पड़ता है, राजस्थान में सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाएगा। इस दिन राज्य के सभी सरकारी स्कूल, कॉलेज, बैंक और अन्य सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। राज्यव्यापी अवकाश होने के कारण अधिकांश शैक्षणिक और व्यावसायिक संस्थान इस दिन अवकाश पर रहेंगे। इसके अतिरिक्त, निजी संस्थान भी इस दिन बंद रखे जाएंगे।
दिसंबर माह के कार्यदिवस और अन्य अवकाश
शिविरा पंचांग के अनुसार, दिसंबर माह में कुल 20 कार्यदिवस और 5 रविवार शामिल हैं। इन कार्यदिवसों के दौरान छात्रों के लिए विभिन्न शैक्षणिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। ये प्रतियोगिताएँ न केवल छात्रों को ज्ञानवर्धन का अवसर देती हैं बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास में भी सहायक सिद्ध होती हैं।
शीतकालीन अवकाश का महत्व
School Holiday in Rajasthan छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। यह समय छात्रों को न केवल पढ़ाई के तनाव से राहत देता है बल्कि आगामी परीक्षाओं के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार होने का मौका भी देता है। शिक्षकों के लिए यह अवकाश नई योजनाएँ तैयार करने और शिक्षण पद्धति में सुधार लाने का अवसर होता है।
छात्र इस दौरान अपनी रुचि के विषयों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं, जबकि अभिभावक उन्हें रचनात्मक गतिविधियों के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं। इसके अलावा, यह समय छात्रों को नई ऊर्जा और उत्साह के साथ स्कूल वापस लौटने के लिए तैयार करता है।