हाल ही में बेंगलुरु में एक एआई इंजीनियर, अतुल सुभाष की आत्महत्या ने देशभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) और इससे जुड़े करियर की चुनौतियों को उजागर किया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) न केवल आधुनिक तकनीक की धड़कन है, बल्कि करियर के लिए एक नई दिशा भी प्रदान करता है। लेकिन इसके लिए सही तैयारी और जानकारी होना आवश्यक है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब केवल तकनीक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है। महामारी के बाद एआई टेक्नोलॉजी की डिमांड में जबरदस्त इजाफा हुआ है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में यह इंडस्ट्री तीन गुना बढ़ेगी। एआई ने भारत और विदेशों में करियर के अनेक अवसरों के द्वार खोल दिए हैं।
एआई के प्रमुख कोर्सेज
अगर आप एआई में करियर बनाना चाहते हैं, तो देश के टॉप संस्थानों द्वारा संचालित ये कोर्सेज आपकी मदद कर सकते हैं:
- आईआईआईटी, बेंगलुरु: मशीन लर्निंग और एआई में पीजी प्रोग्राम।
- आईआईटी, मुंबई: फाउंडेशन ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग।
- आईआईआईटी, हैदराबाद: एआई और मशीन लर्निंग में पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम।
- ग्रेट लर्निंग इंस्टीट्यूट, गुड़गांव: फुल स्टैक एआई और मशीन लर्निंग प्रोग्राम।
- जिगसॉ एकेडमी, बेंगलुरु: डीप लर्निंग में पीजी सर्टिफिकेट प्रोग्राम।
कहां से करें कोर्स?
देश के शीर्ष संस्थान एआई में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हैं। इनमें प्रमुख हैं:
- आईआईटी: खड़गपुर, दिल्ली, मुंबई, कानपुर, मद्रास, गुवाहाटी और रुड़की।
- आईआईएससी, बेंगलुरु: (www.iisc.ernet.in)
- नेटाजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, नई दिल्ली: (www.nsit.ac.in)
- बिट्स, पिलानी: (www.bits-pilani.ac.in)
इसके अलावा, विदेशी विश्वविद्यालयों के ऑनलाइन निशुल्क कोर्स जैसे गूगल मशीन लर्निंग कोर्स भी आपकी स्किल्स को निखारने का मौका देते हैं।
एआई में करियर की शुरुआत कैसे करें?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में करियर बनाने के लिए कंप्यूटर साइंस और गणित में मजबूत पकड़ होनी चाहिए। इंजीनियरिंग में डिग्री के बाद एआई कोर्सेज में दाखिला लेकर करियर शुरू किया जा सकता है। खासतौर पर कंप्यूटर साइंस, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स और गणित के स्टूडेंट्स के लिए यह एक शानदार क्षेत्र है।
कुछ संस्थानों में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम की जरूरत होती है, जो आपके तकनीकी और विश्लेषणात्मक कौशल की जांच करता है।
आखिर क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जैसा कि नाम से स्पष्ट है, मानव बुद्धिमत्ता का कृत्रिम रूप है। इसमें मशीनों को इस प्रकार प्रोग्राम किया जाता है कि वे इंसानों की तरह सोच सकें और निर्णय ले सकें।
एआई में मशीनों को बड़े डाटा सेट्स के साथ प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वे परिस्थितियों का सटीक आकलन कर सकें और उपयुक्त प्रतिक्रिया दे सकें। यह तकनीक कंप्यूटर इंजीनियरिंग, गणित और सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग का अद्भुत मिश्रण है।
संभावनाएं और सैलरी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्षेत्र में करियर की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। खासतौर पर बेंगलुरु, दिल्ली, मुंबई और हैदराबाद जैसे शहरों में एआई प्रोफेशनल्स की भारी मांग है।
शुरुआती सैलरी 50,000 रुपये से 1 लाख रुपये प्रतिमाह तक हो सकती है। अनुभवी पेशेवरों को 10 लाख से 20 लाख रुपये सालाना का पैकेज मिलता है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में स्कोप
एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दशक में एआई इंडस्ट्री का दायरा और बड़ा होगा। स्मार्टफोन से लेकर हेल्थकेयर और ऑटोमेशन तक, हर क्षेत्र में एआई का उपयोग बढ़ रहा है।