Public Holiday: नोएडा और आसपास के इलाकों में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण प्रशासन ने 25 दिसंबर 2024 को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। यह अवकाश क्रिसमस के अवसर पर होगा, और इसके तहत सभी स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय, बैंक और अन्य सरकारी संस्थान बंद रहेंगे। यह साल 2024 का आखिरी सार्वजनिक अवकाश होगा, जो छात्रों, कर्मचारियों और अन्य नागरिकों को राहत देने के लिए घोषित किया गया है। प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है, ताकि लोग घर पर रहें और प्रदूषण के असर से बच सकें।
बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रशासन का सख्त कदम
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण की स्थिति बहुत खराब हो गई है, और इस कारण से नागरिकों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और श्वसन संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में होने के कारण प्रशासन ने इस पर नियंत्रण पाने के लिए कई कदम उठाए हैं। इन कदमों में स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाना और ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करना शामिल है।
12वीं तक के स्कूलों को 23 नवंबर तक बंद रखने का आदेश
प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि बच्चों की सेहत पर प्रदूषण का नकारात्मक प्रभाव न पड़े, और इसलिए 12वीं तक के सभी स्कूलों को 23 नवंबर तक बंद करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, इस दौरान छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए सभी स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। इस आदेश के तहत, शिक्षक नियमित रूप से ऑनलाइन कक्षाएं चलाएंगे और छात्रों को होमवर्क और असाइनमेंट भी देंगे।
23 नवंबर के बाद वायु गुणवत्ता की समीक्षा की जाएगी, और फिर यह निर्णय लिया जाएगा कि स्कूलों को खोला जाए या नहीं। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना है।
शहीदी दिवस और अन्य महत्वपूर्ण छुट्टियां
इसके साथ ही, 24 नवंबर को शहीदी दिवस मनाया जाता है, जो सिखों के नौवें गुरु गुरु तेग बहादुर की शहादत को याद करने का दिन है। गुरु तेग बहादुर ने धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा के लिए अपनी जान दी थी। उनके बलिदान को सिख धर्म और भारतीय समाज में एक प्रेरणा के रूप में याद किया जाता है। इस दिन देश भर में गुरुद्वारों में विशेष प्रार्थनाएं और लंगर आयोजित किए जाते हैं।
इसके अलावा, नवंबर महीने में दिवाली, छठ पूजा और गुरु नानक जयंती के अवसर पर भी छुट्टियां घोषित की गई थीं। यह सब छुट्टियां प्रशासन द्वारा नागरिकों की राहत और सम्मान के रूप में दी गई थीं।
प्रदूषण की गंभीरता और लोगों के स्वास्थ्य पर असर
नोएडा और ग्रेटर नोएडा की वायु गुणवत्ता काफी खराब हो गई है, और प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच चुका है। इससे न केवल बच्चों को, बल्कि सामान्य नागरिकों को भी सांस लेने में कठिनाई हो रही है। प्रदूषण में PM2.5 और PM10 जैसे छोटे कण होते हैं, जो फेफड़ों और श्वसन प्रणाली पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। यह स्थिति बच्चों, बुजुर्गों और अन्य संवेदनशील व्यक्तियों के लिए अधिक खतरनाक है।
इसलिए प्रशासन ने नागरिकों को घर में रहने की सलाह दी है और बच्चों के स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई हैं, ताकि वे प्रदूषण से बच सकें। साथ ही, स्कूलों में ऑनलाइन कक्षाएं चलाकर छात्रों की पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आने दी जा रही है।
25 दिसंबर के सार्वजनिक अवकाश का महत्व
25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा, जिससे लोगों को प्रदूषण से कुछ राहत मिलेगी। यह अवकाश सरकार द्वारा एक ऐसा कदम है, जो प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए लिया गया है। स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और बैंकों की छुट्टियों से लोग अपने घरों में सुरक्षित रहकर प्रदूषण से बचने का प्रयास करेंगे।
इस समय में, प्रशासन द्वारा उठाए गए कदमों से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि नागरिकों की सेहत को ध्यान में रखते हुए काम और पढ़ाई की प्रक्रिया बिना किसी परेशानी के चलती रहे।