भारत में पिछले 10 दिनों में सोने की कीमतों में लगभग 4% की गिरावट दर्ज की गई है। 18 नवंबर 2024 को 24 कैरेट सोने का भाव ₹74,260 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने का भाव ₹68,072 प्रति 10 ग्राम है। वहीं, चांदी का भाव ₹89,110 प्रति किलोग्राम पर है। यह गिरावट सोने के खरीदारों और निवेशकों के लिए एक अद्वितीय मौका प्रदान करती है, खासकर त्योहारों के बाद, जब बाजार में डिमांड थोड़ी कम हो जाती है। सोने की कीमतों में इस गिरावट के पीछे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों कारक जिम्मेदार हैं।
भारत में सोना अन्य देशों से क्यों सस्ता है?
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में सोना ओमान, कतर, सिंगापुर और यूएई जैसे देशों की तुलना में अधिक किफायती है।
- ओमान में: 10 ग्राम 24 कैरेट सोने का भाव ₹75,763 है।
- कतर में: 10 ग्राम सोना ₹76,293 का है।
- सिंगापुर में: 10 ग्राम सोने की कीमत ₹76,805 है।
- यूएई में: यही सोना ₹76,204 में बिक रहा है।
इन देशों की तुलना में भारत में सोना लगभग ₹1,500-₹2,500 तक सस्ता है। इसका कारण मुख्य रूप से भारत में आयात शुल्क, स्थानीय कर और घरेलू बाजार की डिमांड का स्तर है। मौजूदा समय में सोना खरीदने वाले भारतीय निवेशकों के लिए यह स्थिति बेहद लाभप्रद है।
प्रमुख भारतीय शहरों में सोने और चांदी की कीमतें
भारत के विभिन्न शहरों में सोने और चांदी की कीमतों में मामूली अंतर देखा जाता है, जो स्थानीय कर और बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है।
- दिल्ली:
24 कैरेट सोना ₹74,130 प्रति 10 ग्राम
चांदी ₹88,960 प्रति किलोग्राम - मुंबई:
24 कैरेट सोना ₹74,260 प्रति 10 ग्राम
चांदी ₹89,110 प्रति किलोग्राम - कोलकाता:
24 कैरेट सोना ₹74,160 प्रति 10 ग्राम
चांदी ₹89,000 प्रति किलोग्राम - चेन्नई:
24 कैरेट सोना ₹74,470 प्रति 10 ग्राम
चांदी ₹89,370 प्रति किलोग्राम
पिछले सप्ताह का मूल्य परिवर्तन
सोने की कीमतों में पिछले एक सप्ताह के दौरान 1.07% और 10 दिनों में 4.09% तक की गिरावट दर्ज की गई है।
- मुंबई में: 14 नवंबर को सोने का भाव ₹74,240 था, जबकि 11 नवंबर को यह ₹74,620 था।
- कोलकाता में: 14 नवंबर को सोने का भाव ₹74,140 था, जो 11 नवंबर को ₹75,370 था।
चांदी की कीमतों में भी गिरावट का रुझान देखा गया है, लेकिन यह अपेक्षाकृत स्थिर रही है। यह गिरावट मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार की कमजोर स्थिति और घरेलू डिमांड में कमी के कारण है।
सोने की कीमतों में गिरावट के प्रमुख कारण
- सोने की कीमतें मुख्य रूप से ग्लोबल मार्केट में डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करती हैं। अमेरिका और यूरोपीय देशों में आर्थिक मंदी और केंद्रीय बैंकों की नीतियों के कारण सोने की वैश्विक कीमतों में गिरावट देखी जा रही है।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती ने सोने की कीमतों को प्रभावित किया है। डॉलर की मजबूती के कारण निवेशकों का रुझान सोने से हटकर अन्य परिसंपत्तियों की ओर बढ़ा है।
- भारत में त्योहारों के बाद सोने की डिमांड कम हो जाती है। दिवाली और धनतेरस के बाद घरेलू खरीदारी में गिरावट आई है, जिसके कारण कीमतें कम हुई हैं।
- वैश्विक और घरेलू बाजार में अनिश्चितता भी कीमतों पर प्रभाव डाल रही है।
क्या यह सोना खरीदने का सही समय है?
विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा समय सोने की खरीदारी के लिए एक सुनहरा मौका है। गिरती हुई कीमतें न केवल निवेशकों के लिए बल्कि गहनों की खरीदारी के लिए भी फायदेमंद साबित हो रही हैं। शादी के सीजन में सोने की डिमांड में उछाल आने की संभावना है, जिससे कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
सोने की कीमतों में गिरावट के बावजूद, इसकी दीर्घकालिक मांग और निवेश मूल्य स्थिर रहता है। यह आर्थिक अनिश्चितता के समय एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।