आज के समय में पासपोर्ट बनवाना कई लोगों की ज़रूरत बन गया है। लेकिन इस प्रक्रिया में अक्सर लोगों को लंबा समय और बार-बार पासपोर्ट कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते हैं। इसी समस्या का समाधान करते हुए ऑनलाइन पासपोर्ट मोबाइल वैन सेवा शुरू की गई है। इस सेवा के तहत अब आवेदक अपने घर के पास ही पासपोर्ट बनवा सकते हैं। न तो लंबी कतारों की चिंता और न ही किसी दस्तावेज़ के लिए भाग-दौड़।
कैसे काम करती है मोबाइल पासपोर्ट वैन सेवा?
मोबाइल पासपोर्ट वैन आधुनिक तकनीक से लैस एक ऐसी सेवा है, जो आवेदकों को उनके दरवाजे पर पासपोर्ट संबंधी सारी सुविधाएं प्रदान करती है। इस वैन में बायोमैट्रिक स्कैनिंग, फिंगरप्रिंट्स, दस्तावेज़ सत्यापन और फोटो खींचने की पूरी प्रक्रिया मौजूद है।
इसके लिए आवेदकों को passportindia.gov.in वेबसाइट पर जाकर स्लॉट बुक करना होता है। बुकिंग के बाद, वैन तय समय पर आपके घर के पास आएगी और पासपोर्ट बनवाने से जुड़ी औपचारिकताएं वहीं पूरी की जाएंगी।
सेवा का शुभारंभ और विस्तार
गुरुवार को बरेली के प्रियदर्शनी नगर में स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पर क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने इस सेवा का शुभारंभ किया। यह सेवा शुरुआत में बरेली और इसके आसपास के कुल 13 जिलों में दी जाएगी। इन जिलों में आंवला और संभल के निवासियों को खासतौर पर इसका लाभ मिलेगा। धीरे-धीरे इस सेवा का विस्तार अन्य जिलों में भी किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह सुविधा पहुंच सके।
प्रत्येक कार्य दिवस पर कितने Appointment उपलब्ध होंगे?
मोबाइल वैन सेवा के लिए फिलहाल हर कार्य दिवस पर 40 अप्वाइंटमेंट जारी किए जाएंगे। जैसे-जैसे इस सेवा की मांग बढ़ेगी, अप्वाइंटमेंट की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। आवेदक अपनी सुविधा के अनुसार स्लॉट बुक कर सकते हैं।
मोबाइल पासपोर्ट वैन के लाभ
- अब आवेदकों को पासपोर्ट कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- घर के पास ही सारी औपचारिकताएं पूरी होंगी।
- जिन इलाकों में पासपोर्ट कार्यालय नहीं हैं, वहां के लोगों के लिए यह सेवा बेहद उपयोगी साबित होगी।
- अप्वाइंटमेंट बुक करने से लेकर दस्तावेज़ सत्यापन तक की प्रक्रिया सरल और तेज़ है।
सेवा का दायरा बढ़ाने की योजना
इस सेवा का लक्ष्य है कि पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया को सभी के लिए सुलभ और सरल बनाया जाए। क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि यह सेवा उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत होगी, जो व्यस्त जीवन या दूरदराज़ क्षेत्रों में रहने के कारण कार्यालय तक नहीं पहुंच पाते। आने वाले समय में इसे और अधिक जिलों तक पहुंचाने की योजना है।