
Public Holiday की घोषणा के अनुसार 12 मई 2025, सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में भारत के कई राज्यों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इस दिन सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। यह अवकाश खास तौर पर उत्तर प्रदेश, दिल्ली और अन्य राज्यों के लिए घोषित किया गया है, जिससे आम लोगों को राहत के साथ-साथ धार्मिक कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा।
यह भी देखें: UP में नंबर प्लेट पर लिखे कोड से कैसे जानें किस जिले की है गाड़ी? देखें पूरी लिस्ट UP RTO District Code
बुद्ध पूर्णिमा के दिन क्यों है सार्वजनिक अवकाश
बुद्ध पूर्णिमा, जिसे वैशाख पूर्णिमा भी कहा जाता है, भगवान गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और निर्वाण की स्मृति में मनाई जाती है। यह तिथि भारतीय पंचांग के अनुसार वैशाख माह की पूर्णिमा को आती है और देशभर में बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए यह सबसे पवित्र दिन माना जाता है। इसी कारण से भारत सरकार और राज्य सरकारें इस दिन Public Holiday घोषित करती हैं ताकि लोग पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों में भाग ले सकें।
उत्तर प्रदेश और दिल्ली में अवकाश की स्थिति
उत्तर प्रदेश सरकार की वर्ष 2025 की छुट्टियों की सूची के अनुसार 12 मई को बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में सरकारी कार्यालय, स्कूल और बैंक बंद रहेंगे। इसी प्रकार दिल्ली सरकार ने भी अपने अधिसूचना में स्पष्ट किया है कि 12 मई को सभी सरकारी विभागों में अवकाश रहेगा। दिल्ली में यह अवकाश पहले से घोषित ग्रीष्मकालीन अवकाश के साथ मेल खाता है, जिसके चलते स्कूलों में पढ़ाई पहले ही बंद हो चुकी होगी।
बैंकिंग सेवाओं पर असर
12 मई को सार्वजनिक अवकाश होने के कारण बैंक शाखाएं भी बंद रहेंगी। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा जारी बैंक अवकाश कैलेंडर के अनुसार यह तिथि क्षेत्रीय छुट्टी के रूप में दर्ज है। ग्राहक जिनका चेक क्लियरेंस, खाता ट्रांजेक्शन या अन्य बैंकिंग कार्य नियोजित था, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अपना कार्य 11 मई से पहले या 13 मई के बाद करें ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो।
स्कूल और कॉलेजों में शिक्षण कार्य स्थगित
बुद्ध पूर्णिमा के दिन उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन आने वाले सभी सरकारी, सहायता प्राप्त और मान्यता प्राप्त विद्यालयों में अवकाश रहेगा। इसके अलावा माध्यमिक और उच्च शिक्षा संस्थानों, जैसे कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में भी शैक्षणिक गतिविधियां स्थगित रहेंगी। दिल्ली में स्कूल पहले से ही ग्रीष्मावकाश में होंगे, जिससे विद्यार्थियों और शिक्षकों को अलग से छुट्टी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
अवकाश का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
बुद्ध पूर्णिमा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत महत्वपूर्ण दिन माना जाता है। इस दिन बौद्ध अनुयायी विशेष पूजा करते हैं, मंदिरों में दीप प्रज्वलित किए जाते हैं और भगवान बुद्ध के उपदेशों को स्मरण किया जाता है। कई राज्यों में इस अवसर पर मेलों और ध्यान शिविरों का आयोजन भी होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
यह भी देखें: वैज्ञानिकों की खोज ने बढ़ाई चिंता, लैब में बनाया खतरनाक बम, मची खलबली, Black Home Bomb