भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने हाल ही में ₹1000 के नोट की वापसी को लेकर उठ रही अफवाहों पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही खबरों में दावा किया जा रहा था कि सरकार ₹1000 के नोट को फिर से बाजार में लाने की योजना बना रही है। लेकिन RBI ने इन दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है।
RBI की आधिकारिक प्रतिक्रिया
RBI ने इन अफवाहों को रोकने के लिए एक सार्वजनिक बयान जारी किया है। बैंक ने कहा है कि ₹1000 का नोट फिर से जारी करने की कोई योजना नहीं है। इसके अलावा, RBI ने अपनी ऑफिशियल वेबसाइट और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें इस खबर को फेक करार दिया गया है।
यह स्पष्ट कर दिया गया है कि ₹1000 के नोट को बाजार में दोबारा लाने को लेकर कोई अधिसूचना या योजना बनाई नहीं जा रही है। RBI ने लोगों को सलाह दी है कि वे इस तरह की भ्रामक सूचनाओं से बचें और केवल आधिकारिक स्रोतों पर ही भरोसा करें।
डिजिटल युग में बड़े नोटों की जरूरत कम क्यों हो रही है?
RBI ने यह भी कहा है कि आज के डिजिटल युग में बड़े मूल्य के नोटों की आवश्यकता पहले की तुलना में काफी कम हो गई है। डिजिटल पेमेंट सिस्टम के बढ़ते उपयोग के कारण अब कैश ट्रांजेक्शन की जरूरत भी घट रही है। इसलिए, ₹1000 जैसे बड़े मूल्य के नोट की वापसी को लेकर कोई तात्कालिक आवश्यकता नहीं है।
इसके पहले, 2016 में नोटबंदी के दौरान ₹1000 और ₹500 के पुराने नोटों को बंद कर दिया गया था और ₹500 एवं ₹2000 के नए नोट जारी किए गए थे। हालांकि, 2023 में ₹2000 के नोट को भी चलन से बाहर कर दिया गया, जिससे ₹500 का नोट ही भारतीय बाजार में सबसे बड़ा मूल्यवर्ग बना हुआ है।
सोशल मीडिया पर बढ़ती फेक न्यूज की चुनौती
आज के समय में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अफवाहों का प्रसार तेजी से होता है। ₹1000 के नोट को लेकर हालिया खबर इसका ताजा उदाहरण है। इस प्रकार की फेक न्यूज न केवल जनता को भ्रमित करती हैं बल्कि बाजार और वित्तीय संस्थानों में अनावश्यक उथल-पुथल का कारण बन सकती हैं। RBI ने लोगों को सुझाव दिया है कि वे केवल आधिकारिक बयानों और समाचार स्रोतों पर ही भरोसा करें।